जेई ने संविदा कर्मियों को निकाला, संविदा कर्मियों में आक्रोश थाने पहुचे संविदा कर्मी
लखनऊ। बाजार खाला थाना क्षेत्र अंतर्गत एवरेडी चौराहे के पास बने एक विवादित मकान में शनिवार की आधी रात के बाद बिजली विभाग के दो संविदा कर्मी बिजली का कनेक्शन खींचने पहुंचे गए। विवादित मकान में आधी रात के बाद चोरी छुपे बिजली का कनेक्शन करने पहुंचे दो संविदा कर्मियों अमित और मोइन को बाजार थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हालाकी विवादित मकान में बिजली का कनेक्शन आधी रात के बाद करने पहुंचे संविदा कर्मियों का कहना था कि वो जेई के आदेश पर कनेक्शन करने आए हैं लेकिन तालकटोरा उप केंद्र के जेई अरुण कुमार का कहना है कि उन्होंने इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया और आधी रात के बाद नियम विरुद्ध विवादित मकान में बिजली का कनेक्शन करने पहुंचे अमित और मोइन को संविदा कर्मी के पद से हटा दिया गया है। मिल एरिया पुलिस चौकी के इंचार्ज अब्बास रजा का कहना है कि जिस विवादित मकान में आधी रात के बाद संविदा कर्मी बिजली का कनेक्शन करने पहुंचे थे उस मकान की वसीयत शिव संपत लाल ने मोइनुद्दीन के पक्ष में की थी मोइनुद्दीन ने इस संबंध में उनके मकान पर जबरन कब्जा करने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इस संबंध में मोइनुद्दीन का कहना है कि उन्होंने लंबे समय से शिव संपत लाल की सेवा की थी जिससे खुश होकर शिव संपत लाल ने अपने मकान की वसीयत उनके नाम कर दी थी जिस मकान पर महेंद्र आदि लोगों ने इसी महीने की 3 तारीख को कब्जा कर लिया था मोइनुद्दीन का कहना है कि उन्होंने महेंद्र , पप्पी, बबलू शुक्ला व एक अन्य के खिलाफ बाजार खाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है । उनका कहना है कि शनिवार की देर रात संविदा कर्मी गैर कानूनी तरीके से उनके मकान में बिजली का कनेक्शन करने पहुंचे थे। मिल एरिया पुलिस चौकी के इंचार्ज का कहना है कि विवादित मकान के विवाद के सम्बंध में न सिर्फ मुकदमा चल रहा है बल्कि इस मकान पर 145 की कार्यवाही भी हो चुकी है। सवाल यही उठता है कि इस विवादित मकान में यदि बिजली का कनेक्शन वैध तरीके से किया गया तो इस कनेक्शन को करने के लिए संविदा कर्मियों ने रात का समय क्यों चुना अगर इस मकान में बिजली का कनेक्शन अवैध तरीके से किया जाना था तो यह कनेक्शन दिन के उजाले में भी किया जा सकता था । रात के अंधेरे में विवादित मकान में बिजली का कनेक्शन करने पहुंचे संविदा कर्मियों के खिलाफ पुलिस के द्वारा की गई 151 की कार्यवाही से नाराज संविदा कर्मियों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बाजार खाला कोतवाली पहुंच कर हंगामा करने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस ने किसी की एक न चलने दी और विवादित मकान में आधी रात के बाद कनेक्शन करने वाले संविदा कर्मियों को धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर लिया।
विद्युत उप केंद्र में घुसकर दबंगों ने संविदा कर्मी को पीटा
पुलिस ने दर्ज की एनसीआर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई मारपीट की घटना
लखनऊ । सआदतगंज थाना क्षेत्र स्थित नूर बाड़ी विद्युत सब स्टेशन में घुसकर शनिवार को कुछ दबंगों ने वहां मौजूद संविदा कर्मी को जमकर पीट पीट दिया। दबंगों के हमले में संविदा कर्मी को अंदरूनी चोटें आई है।
पीड़ित ने सहादत गंज कोतवाली में तहरीर दी तो पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर अपने फ़र्ज़ की अदायगी कर ली।
जानकारी के अनुसार सआदतगंज थाना क्षेत्र के मैदान एलएच खा मोहल्ले में रहने वाले खालिद हसन बिजली विभाग में संविदा कर्मी के पद पर तैनात हैं। खालिद हसन शनिवार की की शाम नूर वाली विद्युत उपकेंद्र में मौजूद थे तभी कुछ लोगों ने विद्युत उपकेंद्र के अंदर घुस कर खालिद हसन को लात घूंसों से जमकर पीट दिया। पीड़ित खालिद हसन का कहना है कि मोहम्मद वसी नामक व्यक्ति पर उनके 4 हज़ार रुपए बाकी हैं उन्होंने वसी से कुछ देर पहले अपने 4 हज़ार रुपए मांगे थे जिससे नाराज होकर वसि अपने साथी शन्नू मियां और कुछ अन्य लोगों के साथ आया और नूर बाड़ी उप केंद्र के अंदर उन्हें और कुछ अन्य कर्मचारियों पर हमला कर दिया । पीड़ित खालिद हसन का कहना है कि वसी और शन्नू मियां ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन्हें फीडर में लड़ा लड़ा कर पीटा और भाग गए जिसका वीडियो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद भी हुआ है । पीड़ित खालिद हसन का कहना है कि उन्होंने सहादतगंज पुलिस को लिखित शिकायत दे दी है। इंस्पेक्टर सआदतगंज बृजेश कुमार यादव का कहना है कि इस संबंध में मोहम्मद वसी के खिलाफ एनसीआर दर्ज की गई है उन्होंने बताया कि मामला पैसे के लेनदेन को लेकर है । पीड़ित खालिद हसन का कहना है कि वसी के साथ आया शन्नू मियां क्षेत्र का दबंग व्यक्ति है और उसने उन्हें धमकाते हुए नौकरी से निकलवाने के लिए भी धमकी दी है । यहां सवाल यह उठता है कि संविदा कर्मी खालिद हसन को दबंगों ने राह चलते नहीं बल्कि नूर बाड़ी विद्युत उपकेंद्र में घुसकर पीटा और घटना का वीडियो भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ बावजूद इसके पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ महज़ एनसीआर दर्ज कर अपनी जिम्मेदारी को निभा दिया ।