गोल्ड कोस्ट में शुरू होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को कुश्ती से पदक की सबसे ज्यादा उम्मीद होगी। इसमें सबसे ऊपर नाम आता है स्टार रेसलर सुशील कुमार का जो इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में अपनी ‘गोल्डन’ हैट्रिक के लिए उतरेंगे। जानकारी के मुताबिक सुशील से ये कारनामा करने की उम्मीद इसलिए बढ़ गई है क्योंकि वो इस समय बिलकुल फिट हैं।
पिछले दो गेम्स में भी जीता था गोल्ड
आपको बता दें कि सुशील कुमार ने 2०1० के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में 66 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में गोल्ड जीता था। इसके बाद 2०14 के ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने 74 किलोग्राम फ्री स्टाइल के नये वजन वर्ग में स्वर्ण पदक जीते थे। सुशील राष्ट्रमंडल खेलों के लिये भारत की 12 सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं और इस बार भी वह 74 किलोग्राम वर्ग में ही अपनी चुनौती पेश करेंगे।
राष्ट्रमंडल खेलों के लिये ट्रायल जीतने वाले सुशील ने एशियाई चैंपियनशिप में अपने घुटने की चोट के चलते हिस्सा नहीं लिया था ताकि वह इन खेलों में उतरकर लगातार तीसरा स्वर्ण पदक जीत सकें। भारतीय कुश्ती टीम के साथ जुड़े कोच और अजुर्न अवॉर्डी राजीव तोमर ने बताया कि सुशील इस समय पूरी तरह फिट हैं और गोल्ड कोस्ट में गोल्ड जीतने के लिये पूरी तरह तैयार हैं। तोमर का मानना है कि सुशील कि इस समय जैसी फिटनेस है वह स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार है।
बता दें कि ग्लास्गो में स्वर्ण जीतने के बाद सुशील तीन साल तक अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों से बाहर रहे थे। उन्होंने 2०17 के आखिर में जोहानसबर्ग में हुई राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में वापसी करते हुये स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी स्वर्ण हासिल किया था। लेकिन अपनी चोट के कारण वह प्रो कुश्ती लीग और एशियाई चैंपियनशिप से हट गये थे।
अन्य पहलवानों से उम्मीदों के बारे में तोमर ने कहा, ‘पुरूषों में सुशील के अलावा बजरंग(65), विनेश फोगाट (5०), ओलंपिक कांस्य विजेता साक्षी मलिक (62) और पूजा ढांढा (57) से स्वर्ण की प्रबल उम्मीद है। हालांकि मुझे तो लगता है कि भारत पुरूष फ्री स्टाइल वर्ग के सभी छह स्वर्णों पर कब्जा कर सकता है।