मुख्यमंत्री ने ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ के द्वितीय चरण का शुभारम्भ किया

मुख्यमंत्री ने ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ के द्वितीय चरण का शुभारम्भ किया

मुख्यमंत्री ने विशेष सफाई वाहन दल तथा एलईडी वैन को झण्डी दिखाकर किया रवाना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान सरकार संक्रामक बीमारियों के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोविड-19 से जूझ रहा है। ऐसे में हमें कोरोना से भी लड़ना है और संचारी रोगों पर भी प्रभावी अंकुश लगाना है। लोगांे को गुणवत्तापरक चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए वर्तमान प्रदेश सरकार कार्य योजना बनाकर काम कर रही है। जनजागरण और जनसहभागिता के माध्यम से जनस्वास्थ्य की गंभीर चुनौतियों पर विजय प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों में उपचार से अधिक बचाव का महत्व है। मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ के द्वितीय चरण के शुभारम्भ अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जल जनित व विषाणु जनित रोगों पर नियंत्रण के लिए आवश्यक है कि साफ-सफाई की जाए व स्वच्छता को अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत मिशन का जो अभियान चलाया, वह संचारी रोगों के खिलाफ भी एक अभियान है। स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से ग्रामीण व शहरी इलाकों में अभियान चलाकर शौचालय बनवाए गए, जिससे खुले में शौच से मुक्ति मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ प्रदेश के सभी 75 जनपदों में 01 से 31 जुलाई, 2020 तक संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश का कोई न कोई जनपद किसी न किसी संचारी रोग की चपेट में रहता है। उन्होंने कहा कि 38 जनपद एक्यूट इन्सेफेलाइटिस (ए0ई0एस0) व जापानी इन्सेफेलाइटिस (जे0ई0) से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, नोडल विभाग की भूमिका निभाते हुए अन्य विभागों के साथ मिलकर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, काला-अजार तथा जापानी इन्सेफेलाइटिस जैसे रोगों की रोकथाम के लिए सभी जरूरी उपाय करेगा। इस अभियान में नगर विकास, पंचायतीराज, ग्राम्य विकास, पशुपालन, महिला एवं बाल कल्याण, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, चिकित्सा शिक्षा, कृषि, सिंचाई एवं सूचना विभाग सहयोग प्रदान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सर्विलान्स सिस्टम के माध्यम से सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि जिस बीमारी से पूर्वी उत्तर प्रदेश में पिछले 40 वर्षों में हजारों बच्चों की मृत्यु हुई, वर्तमान सरकार के प्रयासों से उस बीमारी को 60 प्रतिशत और मौत के आंकड़ों को 90 प्रतिशत कम करने में सफलता प्राप्त हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत 02 जुलाई, 2020 से मेरठ मण्डल के जनपदों मेरठ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, बुलन्दशहर और बागपत में शत-प्रतिशत सैम्पलिंग करके टेस्टिंग की कार्रवाई को आगे बढ़ाने की एक वृहद कार्ययोजना तैयार की गयी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से होने वाली मृत्यु को नियंत्रित करने में सर्विलाॅन्स टीम की अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा के क्षेत्र में काफी अच्छा कार्य किया है। वर्तमान में कोविड अस्पतालों में बेड्स की संख्या डेढ़ लाख की गयी है। साथ ही, टेस्टिंग क्षमता को प्रतिदिन 25,000 किया गया है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि कोरोना से बचाव ही इसका उपचार है। उन्होंने कहा कि जागरुकता और सतर्कता ही इसके अहम हथियार हैं। घर से बाहर निकलते समय मास्क अवश्य पहनें और दो गज की दूरी को अनिवार्य रूप से बनाए रखें। उन्होंने साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिये जाने पर बल देते हुए कहा कि इससे न केवल कोरोना बल्कि अन्य तमाम प्रकार की बीमारियों से हमारा बचाव हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की जंग में बेहतर लड़ाई लड़ने के साथ पूरी दुनिया व देश में उत्तर प्रदेश जैसे बड़ी आबादी वाले राज्य के लिए बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं देने का प्रयास किया है। राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश की 24 करोड़ जनता को कोरोना काल खण्ड में भी पूरी तरह सुरक्षित महसूस कराया है। मुख्यमंत्री ने विशेष सफाई वाहन दल तथा एल0ई0डी0 वैन को झण्डी दिखाकर रवाना किया कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधान परिषद सदस्य श्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर विधायी एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, लखनऊ के मण्डलायुक्त मुकेश कुमार मेश्राम, जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश, सूचना निदेशक शिशिर सहित चिकित्सा विभाग अधिकारी के मौजूद थे।

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