जेसीपी हुए होम क्वारन्टीन घर से ही करेगे काम कार्यालय बन्द करा कर कराया गया सेनेटाईज़
लखनऊ। 68 दिनो के लाक डाउन मे कोरोना वायरस के जितने केस लखनऊ मे सामने नही आए उससे कही ज़्यादा लाक डाउन के बाद हुए अनलाक मे आ चुके है। एक जून से शुरू हुए अनलाक के बाद एक के बाद एक बाज़ार खुल रहे है कोरोना वायरस की रोकथम के लिए अति आवश्यक सोशल डिस्टेंिसग की धज्जिया उड़ रह है। आम लोगो को छोड़ दीजिए अब लोगो की सुरक्षा करने वाले कोरोना योद्धा यानि पुलिस कर्मी भी कोरोना वायरस की चपेट मे आ रहे है । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे कमिश्नरेट के संयुक्त पुलिस कमिश्नर के कार्यालय तक कोरोना वायरस पहुॅच गया ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा के डालीगंज स्थित कार्यालय मे तैनात आठ पुलिस कर्मियो मे केरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद पुलिस महकमे मे हड़कम्प मच गया है सभी आठ पुलिस कर्मियो की रिपोर्ट पाज़िटिव आने के बाद उन्हे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है इन आठ पुलिस कर्मियो के सम्पर्क मे आए 21 पुलिस कर्मियो के जाॅच मे रिज़ल्ट निगेटिव आने के बाद सभी 21 पुलिस कर्मियो को क्वारन्टीन कर दिया गया है। ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा भी अपने घर मे क्वारन्टीन हो गए है और फिलहाल वो अपने घर से ही कार्य करेगे। ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर के कार्यालय मे घुसे कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद पूरे कार्यालय की साफ सफाई का अभियान युद्ध स्तर पर चालाया गया साथ ही पूरे कार्यालय को सेनेटाईज़ भी कराया गया है । ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर के कार्यालय को दो दिनो तक बन्द रखने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा लखनऊ मे ट्राफिक पुलिस लाईन को भी तीन दिनो के लिए बन्द कर सेनेटाईज़ किया जा रहा है। पिछले कई दिनो से देखने मे आ रहा है कि लखनऊ मे अब न तो पुलिस कर्मी ही करोना वायरस से सुरक्षित है न ही डाक्टर पत्रकार और न ही आम आदमी सुरक्षित है शहर लखनऊ के कई पत्रकारो मे भी कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद उनका इलाज किया जा रहा है देखने मे आ रहा है कि लाक डाउन हटने के बाद आम लोग सोशल डिस्टेंिसग को लेकर भी काफी लापरवाह दिख रहे है और सेनेटाईजेशन को लेकर भी लोगो मे लापरवाहिया देखने को मिल रही है। 31 मई से पहले जब पूरे देश मे लाक डाउन था तब भी रोज़ कोरोना वायरस के रोज़ मामले समने आ रहे थे लेकिन लाक डाउन के बाद शुरू हुए अनलाक की अवधि मे कोरोना वायरस के मामले तेज़ी से बढ़ रहे है ये बड़ी चिन्ता की बात है ऐसे में अब आम लोगो को चाहिए कि वो कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए खुद ही एहतियात करे। ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा के कार्यालय मे तैनात आठ पुलिस कर्मियो मे कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद यही कहा जा सकता है कि कोरोना वायरस से लड़ने वाले यही वो कोरोना योद्धा है जिन्होने लोगो को जागरूक करने के लिए अपनी जान की परवाह किए बगैर अपने डियूटी को बखूबी निभाया है देखने मे ये भी आया है कि ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने जिस तरह से कोरोना वायरस के खतरे के बीच पुलिस कर्मियो और आम जनता के बीच जाकर उन्हे जागरूक किया है कही न कही इसी जागरूकता अभियान के बीच ही उनके कार्यालय मे तैनात 8 पुलिस कर्मियो मे भी कोरोना वायरस का संक्रमण पहुॅच गया है। लखनऊ मे पुलिस कर्मियो मे कोरोना वायरस की आज पहली बार पुष्टि नही हुई है इससे पहले पीएसी और जीआरपी के कई पुलिस कर्मियो मे भी कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है। पुलिस कर्मी हो या डाक्ॅटर चाहे पत्रकार हो या सफाई कर्मी ये ऐसे लोग है कि हर परिस्थितियो मे इन लोगो को अपनी डियूटी को अन्जाम देना पड़ता है और ऐसे हालात मे कोरोना वायरस के खतरे के बीच काम करने वालो मे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा और ज़्यादा बढ़ जात है।