लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले का खुलासे करने वाले प्रयागराज के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को सोमवार देर रात ट्रांसफर कर दिया गया। हालांकि उन्हें अभी प्रतीक्षा सूची में डाला गया है। सत्यार्थ अनिरुद्ध के ट्रांसफर पर विपक्षी पार्टियों के अलावा सामाजिक संगठनों ने भी सवाल खड़ा किया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रयागराज के एसएपी सत्यार्थ अनिरुद्ध का ट्वीट देख कर आश्चर्य हुआ। जिस समय उन्होंने इतने बड़े घोटाले का खुलासा किया है, उनके जाने से जांच का नुकसान न हो। वजह जो भी है, ऐसे अफसरों को पब्लिक का पूरा समर्थन मिलना चाहिए जो ईमानदारी से निर्भय होकर अपना कर्तव्य निभाते हैं।’’ प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में कार्रवाई करने के कारण आईपीएस अफसर सत्यार्थ को शासन ने सजा दी है। एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने आईपीएस अफसर सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को तत्काल दोबारा एसएसपी प्रयागराज बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पंकज द्वारा 69000 शिक्षक भर्ती में अच्छा काम करने के बाद भी जांच एसटीएफ को देना, फिर उन्हें अचानक बिना कारण हटा प्रतीक्षारत करना बताता है कि यूपी सरकार इस मामले में बेईमानी व लीपापोती कर रही है। आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने भी ट्वीट कर कहा कि पिछले दिनों जब वे प्रयागराज गए थे तो कई लोगों ने 69000 शिक्षक भर्ती में उनके कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की थी। उनके प्रतीक्षारत होने से कई लोग दुखी एवं चिंतित दिख रहे हैं। आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘पूर्व एसएसपी प्रयागराज सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने 69000 शिक्षक भर्ती में बहुत अच्छा काम किया था। पिछले दिनों जब मैं प्रयागराज गया था तो कई लोगों ने उनके कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की थी। उनके प्रतीक्षारत होने से कई लोग दुखी एवं चिंतित दिख रहे हैं, जो उनकी वास्तविक उपलब्धि है।’’मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार प्रयागराज के पूर्व एसएसपी सत्यार्थ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पूर्व उनका गनर संक्रमित मिला था, जिसके बाद उनका सैंपल लिया गया था। कोरोना के नोडल अधिकारी डा. ऋषि सहाय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि एसएसपी सत्यार्थ को स्घ्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में आइसोलेट किया गया है। सोमवार देर रात शासन ने 14 आईपीएस अफसरों का तबादला किया था, इसमें सत्यार्थ का भी नाम था।
