वैसे तो पूरे देश की जनता पिछले 64 दिनो से लाक डाउन मे जीवन गुज़ार रही है । देश के प्रधानमंत्री को पहले लगता था कि कोरोना वायरस की रोकथम के लिए 21 दिनो का लाक डाउन पर्याप्त होगा लेकिन कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 21 दिन नाकाफी साबित हुए और दूसरे चरण के लाक डाउन के 14 दिन और बढ़ाए गए ये 14 दिन भी नाकाफी साबित हुए तो फिर से 14 दिन के लिए लाक डाउन लागू कर दिया गया लेकिन तीन चरणो के लाक डाउन से कोरोना वायरस की रोकथाम तो नही हो सकी लेकिन देशवासियो का जीपन ज़रूर दुशवार हो गया देशवासियो की गिरती आर्थिक स्थिति को देखते हुए चाौथे चरण के लाक डाउन मे देशवासियो को सहुलियते दी गई जिससे लोंगो का रोज़गार भी चल सके और कोरोना वायरस की रोकथम भी की जा सके लेकिन चाौथे चरण का लाक डाउन भी अपने अंतिम पड़ाव की तरफ पहुॅच रहा है लेकिन देश मे कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे है हा ये ज़रूर है कि देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश कोरोना को तेज़ी से फैलने को रोकने मे कामयाब ज़रूर हुआ है। चाौथे चरण का लाक डाउन समाप्त होने मे अब महज 4 दिन शेष बचे है अगर सब कुछ ठीक रहा तो शायद 1 जून से देशवासियो को लाक डाउन से पूरी तरह से निजात मिल जाए लेकिन ये उम्मीद कम ही है कि सम्पूर्ण देश मे लाक डाउन को एक साथ समाप्त किया जाएगा उम्मीद यही जताई जा रही है कि जब तक कोरोना वायरस के नए मामले मिलते रहेगे तब तक पूरे देश मे पूरी तरह से लाक डाउन को समाप्त नही किया जाएगा क्यूकि कोरोना वायरस की जब तक दवा नही बन जाती तब तक कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग ही एक विकल्प है और सोशल डिस्टेंसिंग लाक डाउन हटा कर मुमकिन नही है।
