बिहार के मुंगेर में गुरुवार की देर रात खड़गपुर थाना क्षेत्र के दरियापुर टू पंचायत के मुखिया भोला वर्मा और उसके पुत्र शंभू वर्मा का अपहरण हथियारबंद नकाबपोश ने कर लिया।
गुरुवार की देर रात खड़गपुर थाना क्षेत्र के दरियापुर टू पंचायत के मुखिया भोला वर्मा और उनके पुत्र शंभू वर्मा का अपहरण हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने कर लिया। जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित दरियापुर टू पंचायत के मुखिया खाना खाकर घर के बाहर टहल रहे थे। तभी कुछ हथियारबंद नकाबपोश आए और मुखिया भोला वर्मा एवं उनके पुत्र को अगवा कर जंगल की ओर ले गए।
इधर, अपहरण की सूचना मिलते ही दर्जनों की संख्या में ग्रामीण जंगल की ओर कूच कर गए है। ग्रामीणों ने आनन फानन में पुलिस को सूचना दी। मुखिया और उसके बेटे के अपहरण की सूचना मिलते ही खड़गपुर पुलिस एसएसबी और अन्य सुरक्षा बल के जवान पहाड़ी और जंगलवर्ती क्षेत्र की ओर कूचकर गए हैं। मुखिया की सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है लेकिन रात अधिक होने के कारण मुखिया और उसके पुत्र की बरामदगी से जुड़ी जानकारी नही मिल पा रही है।
फिलहाल पुलिस अभी कुछ भी बताने से साफ तौर पर इंकार कर रही है। जानकारी के अनुसार अपहरण के पूर्व दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए लोगों ने मुखिया के घर से कुछ दूर पहले एक वृद्ध महिला से मुखिया के घर का पता पूछा। जिसके बाद नकाबपोशों ने घर के बाहर टहल रहे मुखिया और उसके पुत्र का अपहरण कर लिया। जानकार सूत्र यह भी बताते हैं नक्सली संगठन के द्वारा पूर्व में मुखिया से लेवी की भी डिमांड की गई थी। हाल के दिन में रूपये, कम्बल और अन्य सामग्री की डिमांड भी मुखिया द्वारा पूरी की गई थी।
इधर, परिजन और ग्रामीण पंचायत के मुखिया के अपहरण को लेकर अनहोनी की आशंका जता रहे है। ज्ञात हो कि वर्ष 2004 में इसी पंचायत के मुखिया अरुण यादव की नक्सलियों ने घर से खींचकर हत्या कर दी थी। वर्ष 2011 में इसी पंचायत के मुखिया दरोगी पासवान के पुत्र वरुण पासवान की भी नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप में हत्या कर दी थी। सूत्र बताते है कि इस घटना में नक्सली की संलिप्तता हो सकती है।