21 रमज़ान की सुबह सआदतगंज स्थित नज़फ इमाम बाड़े से हज़रत अली की शहादत के मौके पर निकाला जाने वाला ताबूत का जुलूस इस बार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाक डाउन के कारण नही निकाला गया और न ही हज़रत अली अ0स0 के ताबूत का सजाया गया। 21 रमज़ान की सुबह नजफ इमाम बाड़े से ताबूत का जुलूस न निकलने से शिया समुदाय मे बेहद अफसोस देखने को मिला । हज़रत अली अ0स0 की शहादत के मौके पर नज़फ इमाम बाड़े मे हज़ारो का मजमा एकत्र होकर हज़रत अली अ0स0 के ताबूत को जुलूस की शक्ल मे अपने कांधो पर लेकर कर्बला तालकटोरा तक जाते थे जहां हज़रत अली अ0स0 के ताबूत को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया जाता था। कर्बला तालकटोरा के गेट पर आज सुबह से ही ताला लगा हुआ था । सुबह से ही कर्बला तालकटोरा में इक्का दुक्का अज़ादार पहुॅच रहे थे पुलिस ने रास्ते पर बैरिकेटिंग पहले से ही कर दी थी । 20 रमज़ान की शाम से ही शिया समुदाय के लोगो के घरो मे हज़रत अली अ0स0 का गम मनाने का सिलसिला शुरू हो गया था घरो से मातम की आवाज़े आ रही थी लेकिन सोशल डिस्टेंिसग बाधित न हो इस लिए हज़रत अली अ0स0 के चाहने वाले अधिक्तर अज़ादार अपने घरो से नही निकले । हालाकि शिया समुदाय ने कई दिन पूर्व ही ये घोषणा कर दी थी कि इस बार 19 रमज़ान को न तो हज़रत अली अ0स0 के ताबूत को ही सजाया जाएगा और न ही 19 और 21 रमज़ान को जुलूस ही निकाले जाएगे बावजूद इसके पुलिस पुराने लखनऊ में पूरी तरह से मुस्तैद नज़र आई । नज़फ इमाम बाड़े के आस-पास भारी सख्ंया मे पुलिस मुस्तैद रही ।
पुलिस के आला अफसर भी रात भर स्थिति पर नज़र रख्खे रहे । आपको बता दे कि पूरे भारत मे 25 मार्च से लागू किए गए लाक डाउन के बाद पूरे देश मे सभी धर्म स्थल बन्द है और लाक डाउन के दौरान किसी तरह के धार्मिक या सामाजिक कार्यक्रम पर रोक है इसी वजह से इस रमज़ान मे मस्जिदो मे न तो तरावीह की नमाज़ अदा की गई और न ही कोई अन्य नमाज़ अदा की गई इसी तरह से हिन्दू समाज ने भी लाक डाउन के दौरान नवरात्र मे मंदिर के बजाए अपने अपने घरो मे ही पूजा की साथ ही ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल पर भी मंदिरो के द्वारा पर ताले पड़े रहे और बंड़े मंगल पर कही भी भण्डारे का आयोजन नही किया गया । कुल मिला कर देश मे सभी धर्मो सभी जातियो के लोग अपनी धार्मिक भावनाओ से हट कर देश और समाज हित के लिए लाक डाउन का पालन कर कोरोना वायरस से लड़ रहे है देशवासियों की एक जुटता से अगर इसी तरह से कोरोना से जंग चलती रही तो वो दिन दूर नही जब कोरोना वायरस हमारे देश से शर्मिन्दा होकर रूखसत हो जाएगा।