लखनऊ के कोरन्टीन सेन्टर मे मौजूद 66 लोगो को आज सुन्नी मजलिसे अमल और सहाबा एक्शन कमेटी के प्रयास से उनके घरो को रवाना कर दिया गया। लखनऊ के विभिन्न इलाको मे मिले कारेानेा वायरस के 66 मरीज़ो को इलाज के बाद कोरेन्टीन सेन्टर मे रख्खा गया था हालाकि ठीक हुए इन 66 मरीज़ो की कोरेन्टीन की अवधि पहले ही समाप्त हो चुकी थी लेकिन इनहे कारेन्टीन सेन्टर से मुक्ति नही मिल रही थी। सुन्नी मजलिसे अमल के महासचिव मौलाना अब्दुल वली फारूकी और सहबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल वहीद फारूकी की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे थे कि कोरोना वायरस से ठीक हुए इन 66 लोगो को उनके वतन वापस भेजा जाए लेकिन कागज़ी कार्यवाही मे कुछ अड़चनो की वजह से ठीक हुए इन 66 लेगो को कोरेन्टीन सेन्टर से मुक्ति नही मिल रही थी। सुन्नी मजलिसे अमल के महासचिव मौलाना अब्दुल वली फारूकी ने बताया कि सुन्नी मजलिसे अमल और सहाबा एक्शन कमेटी के अथक प्रयासो के बाद आज कामयाबी मिली और कोरेन्टीन सेन्टर मे मौजूद सहारनपुर के 43 जयपुर के 12 आन्ध्रा प्रदेश के 10 लोगो और तालकटोरो के पीर बक्का मे हरदोई निवासी मस्जिद के इमाम को मिला कर कुल 66 लोगो को गाड़ियो के माध्यम से आज रवाना कर दिया गया है । उन्होने बताया कि कागज़ी लिखा पढ़ी की वजह से अभी लखनऊ के आठ लोगो को कोरेन्टीन सेन्टर से नही निकाला जा सका है उम्मीद है कि कल लखनऊ के इन आठ लोगो को भी कोरेन्टीन सेन्टर से मुक्ति मिल जाएगी। मौलाना अब्दुल वली फारूकी ने बताया कि जब से इन परदेसियो को ठीक होने के बाद कोरेन्टीन सेन्टर भेजा गया है तब से लगातार सुन्नी मजलिसे अमल और सहाबा एक्शन कमेटी की तरफ से खाना और पानी पहुॅचाय जा रहा था उन्होने बताया कि कोरेन्टीन सेन्टर मे सरकार की तरफ से भी खाना दिया जा रहा था लेकिन हम लोगो ने इन लोगो की सेहत को देखते हुए इनके लिए स्वाथ्य वर्धक भोजन फल अैर जूस का इन्तिज़ाम किया था। 46 दिनो के बाद कारेनटीन सेन्टर से मुक्ति पाए सभी लेगो ने अल्लाह से दुआ की कि अल्लाह कोरोना वायरस से देश को जल्द मुक्ति दे।
