रोबोट के इस्तेमाल से संबंधित कई रोचक खबरें आ चुकी हैं। रेस्तरां से लेकर चिकित्सा और आपदाग्रस्त क्षेत्रों में इसके प्रयोग देखे जा चुके हैं। विशेषज्ञों ने पानी के भीतर की दुनिया देखने के लिए नई तकनीक से रोबोट मछली बनाई है।
मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के वैज्ञानिकों द्वारा निर्मित रोबो फिश सोफी का फीजी के रेनबो रीफ में सोफी का परीक्षण किया है। यह समुद्र की सतह से 50 फीट की गहराई में तकरीबन 40 मिनट तक तैरने में सक्षम है। सिलिकॉन रबर से बनी यह रोबो मछली समुद्र के भीतर की दुनिया की तस्वीरें ले सकती है, जिससे वैज्ञानिकों को समुद्री जीवन के बारे में अधिक जानकारी मिल सकेगी।
सोफी समुद्र में चलने वाली धाराओं या करंट में तैरने में सक्षम है। यह अध्ययन साइंस रोबोटिक्स में प्रकाशित हो चुका है। अध्ययन में कहा गया है कि अपनी लहराती पूंछ और पानी में उछाल को नियंत्रित करने की खूबी की वजह से सोफी समुद्र में आराम से तैर सकती है। यह सीधा, आगे, पीछे और ऊपर या नीचे छलांग भी लगा सकती है। इन खूबियों के कारण सोफी समुद्र में मछलियों और अन्य जलीय जंतुओं के साथ तैरने के सक्षम है। यह समुद्र के वातावरण में पूरी तरह से घुल-मिल सकती है।
पानी के भीतर इसका प्रदर्शन देखने के लिए विशेषज्ञों की टीम ने वॉटरप्रूफ सुपर निनटेंडो कंट्रोलर का इस्तेमाल किया। साथ एक खास संचार तंत्र के जरिये सोफी की रफ्तार और उसकी गतिविधि को नियंत्रित किया। एमआईटी के वैज्ञानिक रॉबर्ट काश्मैन ने कहा कि यह पहली रोबो फिश है जो बिना व्यवधान के तीनों पैमानों पर तैरने में सक्षम है।