कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाक डाउन मे बरेली मे लाक हुए मिर्जापुर के चार मज़दूरो ने बरेली से मिर्जापुर पैदल जाने के लिए अपने मोबाईल पर मैप का सहारा लिया और चल दिए बरेली से पैदल मिर्जापुर के लिए लेकिन मोबाईल मैप ने बरेली से पैदल चल कर मिर्ज़ापुर जा रहे इन चार मज़दूरो को लखनऊ के कशमीरी मोहल्ला की शर्गा पार्क पहुॅचा दिया जहां इन चार मुसाफिरो की मुलाकात मौलाना कल्बे आबिद वार्ड के पार्षद तनवीर हुसैन से हुई तो उन्होने सात सौ किलो मीटर के पैदल सफर पर निकले इन चारो मुसाफिरो के लिए खाने की व्यवस्था करते हुए पार्क मे बने सर्वेन्ट क्वाटर को इन मुसाफिरो के लिए खुलवा दिया। मिर्ज़ापुर से 80 किलो मीटर आगे सोनभद्र जिले के एक गाॅव के रहने वाले सोनू विश्वकर्मा ने बताया कि वो अपने साथी ब्रजेश, सुनील और पिन्टू के साथ बरेली मे एक फब्रिकेटर की दुकान पर मज़दूरी करते थे लेकिन लाक डाउन लागू हुआ करीब एक महीने तक उनका दुकानदार उन्हे खाना देता रहा लेकिन दुकानदार के पास भी व्यवस्थाए चरमरा गई इस लिए हम चारो साथियो ने बरेली से मिर्ज़ापुर पैदल जाने के लिए मोबाईल मैप के ज़रिए पैदल यात्रा शुरू कर दी। सोनू ने बताया कि वो शुक्रवार की सुबह बरेली से अपने साथियो के साथ पैदल चले थे रास्ते मे उन्हे तमाम लोगो ने खाना दिया सोनू ने बताया की करीब ढाई सौ किलो मीटर का पैदल सफर करने मे हम चारो मज़दूरो के पैरो मे सूजन आ गई है लेकिन परिवार से मिलने की ललक ने हमारी हिम्मत नही तोड़ी है। सोनू विश्वकर्मा ने कहा कि ढाई सौ किलो मीटर के रास्ते पर वैसे तो हम लोगो को बहोत लोगो का प्यार मिला लेकिन जितना प्यार हमे कशमीरी मोहल्ला के इस पड़ाव मे पार्षद महोदय का मिला है वो हम कभी नही भूल सकते है। सोनू ने बताया कि मोबाईल पर मैप ने जीपीएस की लोकेशन ने हमे यहंा पहुॅचा दिया भले ही हमारा रास्ता लम्बा ज़रूर हो गया है लेकिन इस लम्बे रास्ते पर पैदल चलते हुए कशमीरी मोहल्ला के लोगो ने जो प्यार दिया उससे उनकी पैदल चलने की हिम्मत मे और इज़ाफा हो गया है। अब हम लोग लखनऊ वालो के प्यार और आर्शिवाद के सहारे जल्द अपने परिवार से मिलेगे।
