कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाक डाउन के 26 दिन पूरे हो गए है। लाक डाउन लागू होने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को आश्वस्त किया था कि सरकार प्रदेश की 23 करोड़ जनता को खाद्य सामग्री के लिए परेशान नही होने देगी । मुख्यमंत्री के आदेश पर पहली तारीख से लेकर 19 तारीख तक प्रदेश की जनता को सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानो से दो बार अनाज दिया भी जा चुका है यही नही कम्युनिटी किचन मे पकाया जा रहा भोजन भी रोज़ हज़ारो लोगो तक सरकारी कर्मचारी पहुॅचा रहे है लेकिन नगर निगम जोन दो मे सरकारी पके हुए खाने का वितरण तमाम गरीबो तक नही हो रहा है। नगर निगम जोन दो के ऐशबाग वार्ड़ के बिल्लौचपुरा मे रहने वाले 30 गरीब लगातार पाॅच दिनो से खाने का इन्तिज़ार कर रहे है। कम्यूनिटी किचन मे पकने वाले भोजन को बिल्लौचपुरा के रहने वाले 30 गरीबो की सूची को स्थानीय समाज सेवी द्वारा नगर अभियन्ता अमरनाथ को दी गई थी नगर अभियन्ता ने इन तीस लोगो तक भोजन पहुॅचवाने का लिए समाज सेवी को आश्वस्त भी किया था लेकिन आज तक एक भी भूखे के पास खाना नही पहुॅचा। 30 गरीबो की सूची देने वाले स्थनीय समाज सेवी ने बताया कि वो लगातार पाॅच दिनो से भोजन वितरण कर रहे लोगो से यहा 30 गरीबो तक खाना पहुॅचाने के लिए अग्रह कर रहे है लेकिन सिर्फ आश्वासन मिल रहा है उन्होने बताया कि रविवार को उन्होने नगर अभियन्ता के मोबाईल पर पाॅच बार काल की लेकिन उन्होने काल रिसीव नही की तो उन्होने भोजन वितरण करवा रहे अनूप श्रीवास्तव को काल की तो उन्होने खाना न मिलने की शिकायत को हलके मे लेते हुए उनसे कहा कि आप ये शिकायत कन्ट्रोल रूम पर दर्ज करा दीजीए जिस पर समाज सेवी ने े कन्ट्रोल रूम के नम्बर 6389300347 पर एक बार नही बल्कि 8 बार काल की लेकिन किसी ने काल रिसीव ही नही की ऐसे हालात मे जब लाक डाउन के 26 दिन बीत गए लोगो के पास जमा पूंजी समाप्त हो गई है उनके पास खाने के लिए पैसे नही है तमाम लोग सरकारी भोजन पर ही निर्भर है तब नगर निगम जोन 2 मे भोजन वितरण कराने वाले ज़िम्मेदार अधिकारियो की इस तरह की लापरवाही गरीबो पर भारी पड़ रही है साथ ही मुख्यमंत्री की समाज की बेहतरी वाली सोंच पर भी दाग लगा रही है।
