शहर मे रहा सन्नाटा गरीबो मे बढ़ गई बेचैनी
लखनऊ। देश की जनता को मंगलवार की सुबह दस बजे उस समय करारा झटका मिला जब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टीवी पर आ कर देशवासियो को बताया कि 21 दिनो के लिए लागू किए गए लाक डाउन की अवधि को 19 दिनो के लिए और बढ़ाते हुए इसे अब तीन मई तक के लिए कान्टीन्यू कर दिया गया है। मंगलवार की सुबह देश के अधिक्तर लोग टीवी स्क्रीन पर नज़रे गडाए हुए थे जनता को आशा थी कि प्रधानमंत्री देशवासियो को लाक डाउन से राहत देगे और उनकी जिन्दगी की गाड़ी फिर से पटरी पर दौड़ने लगेगी लेकिन ऐसा हुआ नही प्रधानमंत्री ने लाक डाउन की अवधि को बढ़ा कर 40 दिनो की कर दी। लाक डाउन की अवधि बढ़ने के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की जनता को भी निराशा हुई लेकिन जनता ने कोरोना वायरस को हराने के लिए बढ़ाई गई लाक डाउन की अवधि को स्वीकार करते हुए पीएम की आवाज़ से आवाज़ मिला दी। लाक डाउन के 21 वें दिन शहर की सड़को पर उसी तरह से सन्नाटा पसरा रहा जैसे पहले था शहर लखनऊ मे हाट स्पाटो की संख्या पहले 12 थी लेकिन सोमवार को लखनऊ मे एक हाट स्पाट का और इज़ाफा हो गया और सील किए गए 13वें हाट स्पाट पर सेनेटाईज़ेशन का काम शुरू करवा दिया गया। लाक डाउन के 21वें दिन पुराने शहर की जनता मे बेचैनी ज़रूर नजर आई क्यूकि पुराने लखनऊ मे रोज़ कमाने खाने वाले परिवारो की संख्या नए लखनऊ के मुकाबले अधिक है। लाक डाउन के 21 वें दिन पीएम के सम्बोधन के बाद पुराने लखनऊ मे रहने वाले गरीबो के चहरे उतर गए तमाम लोगो का कहना था कि हमारे लिए 21 दिन 21 महीनो के समान गुज़रे है बाकी बचे 19 दिन बिना रोज़ी रोटी के कैसे पार होगें ये समझ नही आ रहा है। पुराने लखनऊ की तंग गलियो मे रहने वाले गरीब परिवारो के सामने लाक डाउन के बाकी 19 दिन कैसे गुज़रेंगे ये तो आने वाला समय ही बताएगा । यहंा के रहने वाले तमाम लोगो का यही कहना था कि अभी तक तो हम लोग समाज सेवी संस्थाओ और कम्यूनीटी किचन मे कपाया गया खाना एक टाईम खाकर किसी तरह से जी रहे है लेकिन आगे क्या होगा ये पता नही।
40 दिनो मे बदल गया 21 दिनो का लाक डाउन
करोना वायरस की रोकथाम के लिए 25 मार्च से पूरे देश मे लागू किए गए 21 दिनो का लाक डाउन इससे पहले की आज रात 12 बजे समाप्त होता और अपने अपने घरो मे बन्द रह कर कोरोना वायरस से लड़ रहे देशवासी अपने घरो से निकल कर कारोबार मे व्यस्त होते लाक डाउन के 21 वे दिन सुबह दस बजे देश के प्रधानमंत्री टीवी चैनलो पर नज़र आए और उन्होने 21 दिनो के इस लाक डाउन को 40 दिनो के लिए कान्टीन्यू कर दिया। प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन मे देशवासियो से कहा कि जिस समय देश मे लाक डाउन लागू हुआ था उस समय पूरे देश मे कोरोना वायरस के मरीज़ो की संख्या सिर्फ साढ़े पाॅच सौ थी लेकिन आज कोरोना वायरस के मरीज़ो की संख्या 10 हज़ार के पार हो गई है। उन्होने कहा कि एक महीना पहले सम्पन्न देशो मे भी कोरोना वायरस के मरीज़ो की सख्या जितनी भारत मे थी उतनी ही थी लेकिन भारत मे लाक डाउन लागू हुआ और लोगो ने सोशल डिस्टेन्सिग शुरू कर दी जिसके नतीजे मे यहा मरीज़ो की सख्ंया दुनिया के दूसरे देशो के मुकाबले बहोत ही कम रही । सम्पन्न देशो मे आज कोरोना वायरस ने कोहराम मचा दिया उन्होने कहा कि भारत ने सही समय पर लाक डाउन का सही कदम उठाया और देशवासियो ने लाक डाउन का पालन कर कोरोना को उस तेज़ी से बढ़ने नही दिया जिस तेज़ी से दूसरे देशो मे कोरोना के मरीज़ बढ़े है। आर्थिक नज़र से देखा जाए तो देशवासियो को लाक डाउन काफी मंहगा ज़रूर पड़ा लेकिन लाक डाउन ने कोरोना वायरस की स्पीड को काफी स्लो कर दिया।