लखनऊ। कोरोना वाइरस को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लाक डाउन है। लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी करने वाले, मजदूरी करने वाले, प्रतिदिन अपनी रोजी का इंतिजाम करने वाले और विशेषकर आर्थिक तौर पर कमजोर लोगों की हालत को बयान नही किया जा सकता है। सरकार, प्रशासन और मिल्ली संस्थायें और अहले खैर लोग अपनी बिसात भर उनकी सहायता और खिदमत कर रहे हैं। इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया फरंगी महल लखनऊ भी अपने सीमित साधन के साथ ‘‘तमाम मख़लूक खुदा पाक का कुटुम्भ है।’’ के अकीदे और ‘‘भूक का कोई धर्म नही और इंसानियत की कोई सरहद नही’’ के जज्बे के अनुसार बिना किसी भेद भाव के तमाम धर्म के लोगों को लाक डाउन के पहले ही दिन से खुदा पाक की तौफीक़ से सरगरम अमल है। इस्लामिक सेन्टर के चेयरमैन मौलाना खालिद राशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह लखनऊ की अगवायी में 24 मार्च से रोजाना विक्टोरिया स्ट्रीट पर नईम अहमद और मुहम्मद यासिर, एैशबाग में डाक्टर अब्दुल अहद और तरीकुल इस्लाम, मेंहदीगंज में मौलाना मुहम्मद मुश्ताक़, नक्खास में सै0 अयाज अहमद, चैपटियाॅ में सै0 मुहम्मद इक़बाल, चैक में लईक अहमद, खदरे में मौलाना जफरूद्दीन नदवी, आलम बाग़ में कलीम खाॅ, ताल कटोरा में मौलाना मुहम्मद सुफयान, मलिहाबाद में फैसल मकबूल खाॅ और खुर्रम नगर में मसाजिद काउन्सिल के डा0 आमिर जमाल साहब गरीबों और जरूरतमन्दों को ‘‘राशन किट’’ और पके हुए खाने के पैकेट वितरण कर रहे हैं। राशन किट में आटा, दाल, चावल, आलू, प्याज, नमक, साबुन और अन्य जरूरी चीजें हैं। इसके साथ ईदगाह लखनऊ में लंगर-ए-आदम का सिलसिला इमाम ईदगाह व डाक्टर अब्दुल अहद की निगरानी में जारी है। प्रतिदिन रात में 7 बजे से 9 बजे के बीच में बिना किसी धार्मिक भेद भाव के सैंकड़ों लोग खाना खाते हैं। इस अवसर पर सोशल डिस्टेनिंग का विशेष ख्याल रखाा जाता है। मौलाना खालिद रशीद ने तमाम लोगों से अपील की है कि वह इस नाजुक घड़ी में गरीबों और जरूरतमंदों की अधिक से अधिक सहायता करें क्योंकि नबी पाक ने फरमाया कि‘‘तुम ज़मीन वालों पर रहम करो तो आसमान वाला तुम पर रहम करेगा।’’