लखनऊ। , कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाक डाउन का आज 17वां दिन था 21 दिनो के लिए लाक डाउन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी जिसका पालन भारत के सवा सौ करोड़ से ज़्यादा लोग करके अपने अपने घरो मे रह कर कोरोना वायरस को हराने के लिए जंग कर रहे है। लोग अपने अपने घरो में रह कर कोरोना से लड़ रहे है तो डाक्टर पुलिस सफाई कर्मी और पत्रकार अपनी जान को जाखिम मे डाल कर पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी अपनी डियूटी को अन्जाम दे रहे है। लाक डाउन के 17वे दिन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सड़के और गलियां पूरी तरह से सन्नाटे मे रही इस दौरान आवश्यक वस्तुओ की इक्का दुक्का दुकाने खुली रही फल और सब्ज़ी के ठेले भी सड़क और मोहल्लो मे दिखाई दिए दवा की सारी दुकाने तो नही ख्ुाली लेकिन ज़्यादातर दवा की दुकान लाक डाउन के 17वें दिन खुली देखी गई। लाक डाउन के 15वें दिन लखनऊ के जिन 12 हाट स्पाटो को सील किया गया था उन इलाको मे लाक डाउन का पालन सौ प्रतिशत करवाया गया यहां इन मोहल्लो के मुख्य रास्तो पर बैरियर लगाए गए है और पुलिस के जवान किसी को भी बैरियर पार करने की इज़ाज़त नही दे रहे है। कोरोना वायरस से प्रभावित इन मोहल्लाो मे आज भी सेनेटाईज़ेशन का काम लगातार जारी रहा । सील किए गए मोहल्लो की निगरानी ड्रोन कैमरो से भी की गई ये योजना भी बनाई जा रही है कि जो इलाके सील किए गए है उन इलाकों के कोने कोने को ड्रोन से सेनेटाईज़ कराया जाए। सील किए गए क्षेत्रो मे अपने घरो मे कैद हज़ारो लोगो को किसी भी आवश्यक वस्तु के लिए परेशान न होना पड़े इसके लिए प्रशासन ने पुख्ता बन्दोबस्त किए है लोग ज़रूरत के सामान को आन लाईन बुक करते है और उस सामान को डीलीवरी ब्वाय उनके घरो तक पहुचाता है। 25 मार्च से लागू हुए लाक डाउन के 15वें दिन तो जैसे तैसे गुज़र गए लेकिन 16वे और 17 दिन जिस तरह से पुलिस ने सख्ती के साथ लाक डाउन का पालन करवाना शुरू किया है अगर ऐसे ही लोग लाक डाउन का पालन करते रहे है तो उम्मीद है कि कोरोना वायरस विस्तार नही ले पाएगा। शुक्रवार को पूरा दिन पुलिस के आला अफसर पूरे शहर का जाएज़ा लेते रहे शहर के चैराहो पर लगे बैरियरो के पास बाकायदा पुलिस वहंा से गुज़रने वालो के पास संजीदगी से चेक करती रही। लाउड स्पीकर लगे पुलिस के वाहन मोहल्लो मोहल्लो मे घूम घूम लाउड स्पीकर के ज़रिए लोगो से लाक डाउन का पालन करने की अपीले करते रहे।
मुसलमानो ने रोज़ा रख कर अल्लाह से मांगी कोरोना वायरस से निजात की दुंआ
कोरोना वायरस से दुनिया को निजात दिलाने के लिए शुक्रवार को मस्लिम समुदाय के लोगो ने रोज़ा रख कर दुआएं मांगी। वैसे मुस्लिम समुदाय मे रमज़ान के महीने मे तीस दिन रोज़े रख्खे जाते है रमज़ाम के महीने मे रख्खे जाने वाले रोज़े हर मुसलमानो पर फर्ज है आम दिनो मे रख्खे जाने वाले रोज़े मुसलमान किसी आफत से निजात पाने के लिए अल्लाह को राज़ी करने के लिए रखते है । भारत समेत पूरी दुनिया में मौजूदा समय मे कोरोना वायरस के खतरे से जूझ रही है और पूरी दुनिया का कोई भी मुल्क अभी तक इस घातक बीमारी की दवा की खोज नही कर पाई है इस लिए शबरात के दूसरे दिन हज़ारो मुसलमानो ने कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए रोज़ा रख कर अल्लाह की बारगाह मे हाथ उठा कर दुआएं मागी। देश मे जब से लाक डाउन लागू हुआ है तब से देश के सभी धर्मो के पूजा स्थलो को आम श्रद्धालुओ के लिए बन्द कर दिया गया है । इतिहास मे शायद ये पहली शब-ए-बारात गुज़री है जब पूरे देश के मुसलमान अपने पूर्वजो की कब्रो पर मोम बत्यिा आगर बत्तियां जलााने के लिए कब्रिस्तान नही गए और अपने पूर्वजो की आत्मा की शान्ती के लिए अपने अपने घरो मे ही नज्र फातेहा की गई। लाक डाउन के बाद आम नमाज़ियो के लिए मस्जिदे बन्द किए जाने के बाद आज तीसरा शुक्रवार ऐसा बीता जब मुसलमानो ने जुमे की विशेष नमाज़ मस्जिदो मे जमात के साथ अदा नही कि जुमे की विशेष नमाज आज लगातार तीसरे शुक्रवार को भी मुसलमानो ने अपने अपने घरो मे ही अदा की। कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए विशेष कर आज रख्खे गए रोज़ा खोलने से पहले रोज़ादार महिलाओ और पुरूषो ने अल्लाह की बारगाह मे हाथ उठा कर खतरनाक कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए अल्लााह से दुआंए मांगी। रोज़ा रखने वाली 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला रौशन बाजी ने कहा कि हमने आज रोज़ा रख कर अल्लाह से दुआ मांगी है कि अल्लाह पूरी कायनात के इन्सानो को इस खतरनाक वायरस से महफूज़ कर दे।