लखनऊ मे आठ बड़े चार छोटे हाट स्पार्ट अचानक घरो से निकले लोग मची अफरा तफरी
लखनऊ। कोरोना वायरस के खतरे से देश की जनता को बचाने के लिए 25 मार्च से लागू हुए 21 दिनो केे लाक डाउन के 15वें दिन बुद्धवार की दोपहर लखनऊ की जनता उस समय अचानक अपने घरो से निकलने लगी जब लोगो को ये पता चला की कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकार ने उत्तर प्रदेश के 15 ज़िलो को आज रात 12 बजे से पूरी तरह से सील करने का फैसला किया है। हालाकि कम जानकारी के अभाव मे आवश्यक वस्तुओ की खरीद के लिए अपने घरो से निकली जनता को ये पता नही था कि उत्तर प्रदश के 15 ज़िलो मे मौजूद उन हाट स्पार्टो को सील किया गया है जहंा कोरोना वायरस के मरीज़ मिले है। उत्तर प्रदेश के इन सभी 15 ज़िलो के हार्ट स्पार्टो को पहले ही सील किया जा चुका है । उत्तर प्रदेश के इन 15 ज़िलो मे करीब 95 ऐसे हाट स्पाट है जहंा कोरोना वायरस से सक्रमित मरीज़ मिल चुके है । इन हाट स्पाटो पर अब पहले से ज़्यादा सख्ती रहेगी इन इलाको मे पुलिस डाॅक्टरो के अलावा किसी को भी जाने की इजाज़त नही होगी इन इलाको मे पत्रकारो को भी नही जाने दिया जाएगा ताकि पत्रकार समाचार संकलन के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर रहे । सील किए गए हाट स्पाटो पर लगातार सेनेटाईज़ेशन का काम भी कराया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे आठ बड़े हाट स्पाट है और 4 छोटे हाट स्पाट है इन सभी स्थानो पर अब कफर््यू जैसी स्थिति रहेगी हालाकि सील किए जाने वाले क्षेत्रो मे लोगो को ज़रूरत के सामान की होम डीलिवरी किए जाने की व्यवस्था की जाएगी ताकि लोग घरो मे रह कर परेशान न हो और उन्हे ज़रूरत की वस्तुए मिलती रहे। बुद्धवार की दोपहर जब प्रदेश के 15 ज़िलो के हार्ट स्पार्टो को सील किए जाने की खबरे लोगो को मिली तो लोग परेशान होकर खरीदारी करने के लिए भीड़ की शक्ल मे अपने अपने घरो से बाहर आ गए । अचानक सड़को पर भीड़ बढ़ी तो पुलिस को मोर्चा सम्भालना पड़ा । घर से निकली जनता को पुलिस ने लाउड स्पीकर के ज़रिए समझाना कि लोग भ्रमित न हो घबराए नही किसी को भी आवश्यक वस्तुओ के लिए परेशान नही होना पड़ेगा लेकिन बावजूद इसके लोगो की भीड़ दुकानो से नही हटी इस दौरान ये भी देखने को मिला की पहले से ही महंगे हुए सामान को कुछ दुकानदारो ने और ज़्यादा मंहगा कर दिया । इस बीच ये संकेत भी मिले है कि 21 दिनो के लिए लगाया गया लाक डाउन का समय और बढ़ाया जा सकता है क्यूकि लाक डाउन के दौरान कोरोना वायरस के मामालो मे इज़ाफा देखने को मिला है। बुद्धवार की दोपहर दुकानो पर अचानक उमड़ी भीड़ पर कई जगह पुलिस को हलका बल प्रयोग कर भी खदेड़ना पड़ा ताकि लोगो के बीच सामाजिक दूरी बने रहे।
आन लाई मीटिंग मे लिया संकल्प न पटाखे जलाएगे न लंगर के लिए देंगे चन्दा
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाक डाउन की अवधि के दौरान पड़ने वाले शबरात के त्योहार मे कब्रिस्तान न जाकर अपने अपने घरो मे इबादत करने की बेगमात रायल फैमिली आफ अवध की अध्यक्ष प्रिन्सेस फरहाना मालिकी ने अपील करते हुए कहा है कि शबे बारात के मौके पर देश मे बढ़ते कोरोना वायरस को देखते शबरात की रात कब्रिस्तान मे न जाकर अपने घरो मे नजर फातेहा करे उन्होने मुसलमानो से अपील की है कि केविड 19 की वजह से लागू हुए लाक डाउन का पालन करते हुए शबरात की रात आतिशबाज़ी से भी बचे उन्होने सोशल डिस्टेन्सिग बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि भीड़ कोरोना वायरस के लिए घातक है। उन्होने कहा है कि आप लोग घरो मे रह कर अपने मरहूमीन के लिए सूरा-ए-फातेहा पढ़ कर उन्हे बख्शे और शबरात के दिन लगने वाली सबीलो को भी न लगाए। उन्होने संकल्प लिया है कि शबरात मे न ही पटाखे फोड़ेगे और न ही लंगर के लिए चन्दा देंगे उसी पैसे की बचत करके गरीबो मे खाना और राशन का वितरण कराएगे। प्रिन्सेस फराहाना मालिकी ने बताया कि उन्होने सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए अपनी संस्था के सदस्यो को कार्यालय न बुला कर आन लाईन मीटिंग कर ये फैसला सर्व सम्मति से लिया गया है।
गरीबो की मदद के लिए सामाजिक संस्था ने बढ़ाए मदद के हाथ बाटा राशन
कोरोना वायरस से बचाव के लिए 15 दिनो से लागू हुए लाक डाउन मे खाने के सामान के लिए परेशान हो रहे गरीबो की मदद के लिए सामाजिक संस्था महिला कल्याण एंव बाल विकास एसोसिएशन आगे आई है। संस्था कि अध्यक्ष सुनैना वर्मा ने बताया कि उनकी संस्था ने ये निर्णय लिया है कि गरीबो के चेहरे को बिना किसी को दिखाए उनकी मदद की जाएगी उन्होने कहा कि हमारी संस्था की तरफ से गरीब परिवारो के घरो को चिन्हित किया गया है और चिन्हित करने के बाद उनके घरो मे एसोसिएशन के लोग जाकर राशन पहुॅचा रहे है उन्होने और लोगो से अपील की है कि ये समय ऐसा है जब रोज कमाने खाने वाले करोड़ो लोग भुखमरी की कगार तक पहुॅच गए है इस लिए इन करोड़ो ज़रूरतमंदो की मदद के लिए लोगो को आगे आना चाहिए। सुनैना वर्मा एक विधालय की प्रधानाचार्य भी है। उनसे जब उन लोगो की लिस्ट मांगी गई जिनकी उनकी संस्था द्वारा मदद की जा रही है तो उन्होने कहा कि हम ज़रूरतमंदो के नाम को उजागर कर उनहे उनकी गरीबी का एहसास नही कराना चाहते है ये गरीब भी हम हिन्दुस्तानियो के परिवार के सदस्य है इस लिए सबका सम्मान सर्वोपरि है ।
एक ऐसा दुकान भी है जिसने मुनाफा खोरी को नही दिया बढ़ावा
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू हुए लाक डाउन की अवधि मे तमाम दुकानदारो द्वारा मौके का फायदा उठाते हुए मंहगा सामान बेच कर मुनाफा खोरी को बढ़ावा देने वाली खबरे मिली लेकिन पुराने लखनऊ के बिल्लौचपुारा लोहा मंडी के पास परचून चलाने वाले दुकानदार मोहम्मद इमरान इन दुकानदारो से कुछ हट कर है। परचून के इस दुकानदार की दुकान मे आज भी आंटा 25 रूपए किलो अरहर की दाल 100 रूपए किलो चावल 16 से 18 रूपए किलो चीनी 38 रूपए किलो और तेल 110 रूपए किलो ही ग्राहको को बेचा जा रहा है। परचून के दुकानदार इमरान का कहना है कि वो मौके का लाभ उठा कर किसी मजबूर को मंहगा सामान बेच कर दोज़ख मे अपना घर नही बनाना चाहते है। इमरान कहते है कि जो भाव उनकी दुकान मे पहले था वो आज भी है जो मुनाफा वो पहले कमाते थे वो आज भी कमा रहे है उनका कहना है कि जो दुकानदार लाक डाउन का फायदा उठा कर मंहगा सामान बेच कर अपनी तिजोरियां भर रहे है क्या गारन्टी है कि बेईमानी से कमाई गई ये दौलत उनके काम आएगी।