नई दिल्ली । कोरोना वायरस अब चीन में उतनी तीव्र गति से नहीं फैल रहा है जितना दुनिया के अन्य देशों में फैल रहा है। साढ़े 13 लाख से ज्यादा मामले सामने आने के बाद भी कोविड 19 नाम का यह वायरस कई देशों में तेजी से फैल रहा है। वहीं अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के एक शीर्ष अधिकारी ने कोरोना वायरस को लेकर चैंकाने वाला खुलासा किया है। डब्लूएचओ की टीम नेतृत्व कर रहीं डॉ. मारिया वान केर्खोव ने बताया कि उनका कहना है कि चाहे व्यक्ति चाहे व्यक्ति में कोरोना के लक्षण हो या ना हों कोरोना नाक और मुंह से बूंदों के माध्यम से ही फैलता है। एक रिपोर्ट से पता चला है कि लक्षण दिखने से तीन दिन पहले से कोरोना वायरस दूसरों में फैल सकता है। ऐसे मरीजों की बड़ी संख्या है जो लक्षण दिखाई देने से पहले फैले वायरस का शिकार हो जाते हैं। कहा कि ज्यादातर लोग अनजाने में संक्रमित हो रहे हैं। इससे पहले डब्लूएचओ ने चेतावनी दी थी कि 70 हजार लोगों की मौत का कारण बन चुकी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को मात देने के लिए सिर्फ मास्क पहनना ही काफी नहीं है। उन्होंने कहा कि मास्क को सिर्फ बचाव के एक व्यापक पैकेज के भाग के रूप में देखा जाना चाहिए। इसका कोई साफ उत्तर नहीं है और न ही यह कोई सिल्वर बुलेट है जो कि तुरंत राहत दे सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मास्क अकेले कोविड-19 महामारी को नहीं रोक सकता है। वहीं अगर देश की बात करें तो जहां भी पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 693 से अधिक मामले सामने आने के बाद कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 4281 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार रात यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता एवं संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रविवार से सोमवार शाम तक देश में कोरोना के 693 से अधिक मामले सामने आए हैं और अब तक कोरोना से 111 लोगों की मौत हो गई है तथा एक प्रवासी व्यक्ति समेत 319 लोगों के स्वस्थ होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
