पुराने लखनऊ मे मिला कोरोना संक्रमित मरीज़ मोहल्ला सील कर कराया गया सेनेटाईज़

पुराने लखनऊ मे मिला कोरोना संक्रमित मरीज़ मोहल्ला सील कर कराया गया सेनेटाईज़

लाक डाउन का 14वां दिन

लखनऊ।  कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 25 मार्च से लागू लाक डाउन के आज 14वें दिन पुराने लखनऊ के चैक थाना क्षेत्र के हाता संगी बेग मोहल्ला और उसके आसपास के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया। इस मोहल्ले मे रहने वाले एक 55 वर्षीय व्यक्ति को इसी महीने की चार तारीख को जाॅच के लिए ले जाया गया था जाॅच के लिए ले जाए गए व्यक्ति के सम्बन्ध मे बताया जा रहा है कि पिछले वर्ष सितम्बर माह मे ये ज़ाम्बिया से वापस लौटे थे। इसी महीने की 4 तारीख को जाॅच के लिए गए थे इस 55 वर्षीय व्यक्ति को बीकेटी मे बने कोरन्टाईन सेन्टर मे रख्खा गया था सोमवार की शाम इनकी जाॅच रिपोर्ट मे कोरोना पाज़िटिव आने की वजह से हाता संगी बेग मोहल्ले और इस मोहल्ले के आसपास के क्षेत्र को पुलिस ने पूरी तरह से सील कर दिया । इस मोहल्ले मे रहने वाले लोगो से कहा गया है कि वो अग्रिम आदेश तक अपने घरो से बाहर न निकले । सील किए गए पूरे मोहल्ले को सेनेटाईज़ करने का काम भी युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है। हाता संगी बेग निवासी कोरोना संक्रमित व्यक्ति पुराने लखनऊ के एक मशहूर होटल मालिक के भाई है हालाकि बताया ये जा रहा है कि हाता संगी बेग मोहल्ले मे रहने वाले कोरोना सक्रमित व्यक्ति अपने घर मे अकेले ही रहते थे इनका ज़्यादा अपने घर से निकलना व लोगो से मिलना जुलना बिलकुल न के बराबर था लेकिन एहतियात के तौर पर पूरे मोहल्ले को सील कर सेनेटाईज़ कराया जा रहा है ताकि इस मकान के आसपास रहने वाला कोई दूसरा व्यक्ति संक्रमित न हो। हाता संगी बेग मोहल्ला सील होने के बाद इस मोहल्ले रहने वाले कुछ लोगो का आरोप था कि मोहल्ले मे रहने वाला एक पान का दुकानदार अपने घर के अन्दर पान बेच रहा था इस पान वाले के घर मे पान के शौकीन लोगो का आना जाना था दूर दराज़ से लोग यहां पान खरीदने के लिए आ रहे थे जिसकी वजह से भीड़ लग रही थी ।

लाक डाउन के 14वें दिन सड़के रही सूनी पुराने लखनऊ से फिर मिली लाक डाउन के उलघन की खबरें

केन्द्र की सरकार हो या प्रदेश की सरकार दोनो ही सरकारो का ये प्रयास है कि देश और प्रदेश मे कोरोना वायरस अपने पैर और ज़्यादा न पसार सके इस लिए 25 मार्च से लागू किए गए लाक डाउन का पालन लोगो से कराने के लिए पुलिस पुरी तरह से मुसतैद है । कोरोना वायरस की अभी तक कोई दवा न होने की वजह से इस वायरस से बचाव के लिए दो उपाए बताए गए एक साफ सफाई दूसरा सामाजिक दूरी लोग एक दूसरे के सम्पर्क मे न आए इस लिए 21 दिनो का लाक डाउन लागू कर लोगो से अपने अपने घरो मे रहने की अपीले की गई । लाक डाउन लागू होने के बाद देश के अधिक्तर नागरिक अपने अपने घरो के अन्दर कैद हो गए लेकिन पुराने लखनऊ की घनी बस्तियो से लाक डाउन के उलंघन की लगातार खबरे मिलती रही तो पुलिस ने घनी बस्तियो मे सख्ती बढ़ाई। कोरोना वायरस के खतरे को हवा मे उड़ाने वाले कुछ नासमझ लोग लाक डाउन का उलंघन करने से बाज़ नही आ रहे है। लाक डाउन के 14वे दिन भी पुराने लखनऊ से कुछ इसी तरह की चिन्ता मे डालने वाली खबरे मिली की लोग गलियो मे भीड़ लगा रहे है। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लागू किए गए लाक डाउन की अवधि को न बढ़ाया जाए और लोग और ज़्यादा परेशान न हो इसके लिए सरकार और पुलिस तो पूरी मुसतैद नज़र आ रही है लेकिन कुछ नासमझ लोग शायद लाक डाउन के महत्व को समझना ही नही चाहते है लाक डाउन की अवधि मे कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अगर न रूके तो मुमकिन है कि लाक डाउन की अवधि को और आगे बढ़ाया जाए इस लिए लाक डाउन का पालन लोगो को अपनी मर्ज़ी से ही सौ प्रतिशत करना चाहिए ताकि 21 दिनो की लाक डाउन की अवधि मे ही कोरोना वायरस पर पूरी तरह से लगाम लग जाए।

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