मैनेजिग मुतावल्ली ने दी अवैध कब्ज़ा करने वालो के खिलाफ तहरीर
लखनऊ। हज़रतगंज थाना क्षेत्र मे स्थित केन्द्रीय संरक्षित स्मारक शिया सेन्टर वक़्फ़ बोर्ड मे दर्ज मकबरा अमजद अली शाह सिब्तैनाबाद ईमाम बाड़े का मुख्य द्वारा गुरूवार की दोपहर अचानक भरभरा कर गिर गया। इमामबाड़े का विशाल गेट उस समय गिरा जब पूरे देश मे कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लाक डाउन है और सभी दुकाने बन्द है लाक डाउन के दौरान इमाम बाडे़ का गेट गिरने से किसी की जान तो नही गई लेकिन इस विशाल गेट के आस-पास खड़े कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। वक़्फ़ इमाम बाड़ा सिब्तैनाबाद की प्रबन्ध समिति के मैनेजिंग मुतावल्ली सै0 मोहम्मद हैदर रिज़वी ने हज़रतगंज कोतवाली मे तहरीर देकर महात्मा गांधी मार्ग पर बने सिब्तैनाबाद इमामबाड़े के गेट ध्वस्त होने का ज़िम्मेदार मार्कसमैन रेस्टोरेन्ट और स्वाथ्य सेवा पार्लर को ठहराते हुए इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है । मोहम्मद हैदर रिज़वी द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर मे कहा गया है कि मकबरा अमजद अली शाह/इमामबाड़ा सिब्तैनाबाद एक केन्द्रीय सरंक्षित स्मारक है एंव उत्तर प्रदेश शिया सेन्ट्रल वक़्फ़ बोर्ड मे वक़्फ़ है जिसका प्रबन्धक वक़्फ़ समिति द्वारा देखा जाता है ये इमामबाड़ा न केवल एक संस्कृतिक धरोहर है बल्कि धार्मिक स्थल भी है जहां पर हर सम्प्रदाय के श्रद्धालुओ का आना जाना रहता है। पुलिस को दी गई तहरीर मे कहा गया है कि संस्कृतिक धरोहर के रखरखाव एंव जीर्णोद्धार के लिए 2013 मे सय्यद मोहम्मद हैदर रिज़वी बनाम केन्द्र सरकार एक जनहित याचिका माननीय उच्च न्यायालय मे दाखिल की गई थी । इस सम्बन्ध मे न्यायालय द्वारा कई आदेश भी जारी किए जा चुके है। तहरीर मे कहा गया है कि महात्मा गांधी मार्ग पर स्थित इमामबाड़े के मुख्य द्वार पर मार्कसमैन रेस्टोरेन्ट एंव स्वाथ्य सेवा पार्लर के द्वारा अवैध कब्ज़ा किया गया है। यही नही मार्कसमैन रेस्टोरेन्ट पर आरोप लगाया गया है कि रेस्टोरेन्ट ने गेट पर अवैध कब्ज़ा करते हुए न सिर्फ रेस्टोरेन्ट और रेस्टोरेन्ट का किचन बनाया है बल्कि रेस्टोरेन्ट ने गेट पर ही चिमनी भी जड़ दी है। मोहम्मद हैदर द्वारा दी गई तहरीर मे कहा गया है कि केन्द्रीय संरक्षित स्मारक के गेट पर अवैध रूप से कब्ज़ा करने वाले मार्कसमैन रेस्टोरेन्ट की शिकायत ईमेल व निजी तौर से उन्होने भारतीय पुरातत्व सर्वे, लखनऊ विकास प्राधिकरण एंव नगर निगम से की लेकिन मार्कसमैन के प्रबन्धक के धनबल के प्रभाव मे किसी भी विभाग ने गेट पर कब्ज़ा करने वालों पर कोई कायर्यवाही नही की जबकि केन्द्रीय संरक्षित स्मारक की सौ मीटर के प्रतिबन्धित क्षेत्र मे अवैध निर्माण करते हुए रायल स्काई नाम का रेस्टोरेन्ट बनवा लिया गया जिससे इमारत का गेट कमज़ोर हो गया और आज इमामबाड़े का गेट ध्वस्त हो गया। मैनेजिंग मुतावल्ली द्वारा इमामबाड़े के गेट पर अवैध कब्ज़ा करने वालो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। इस सम्बन्ध मे पुलिस आयुक्त के मीडिया सेल इन्चार्ज का कहना है कि हज़रतगंज कोतवाली मे अभी तक कोई तहरीर नही आई है । जबकि मोहम्मद हैदर का कहना है कि उन्होने आईजीआरएस के माध्यम से हज़रमगंज थाने को तहरीर भेजी है जबकि ईमेल के माध्यम से पुलिस कमिश्नर को तहरीर भेजी जा चुकी है। मोहम्मद हैदर रिज़वी का कहना है कि ये इमामरत 173 साल पुरानी है उन्होने वर्ष 2008 मे इमामबाड़ा सिब्तैनाबाद को अवैध कब्ज़ा धारको से मुक्त कराया था उन्होने बताया कि इमाम बाड़े मे अवैध रूप से कब्ज़ा कर अपना कारोबार करने वालो से जगह को खाली कराया गया था जबकि इमाम बाड़े मे अवैध रूप से रह रहे लोगो को यहां से विस्थापित करवाया गया था। 173 वर्ष पुराने इमामबाड़े का भारी भरकम मुख्य द्धारा अगर लाक डाउन से पहले गिरता तो शायद कई लोगो की जान भी जा सकती थी क्ंयूकि गेट के पास दिन भर भीड़ रहती है। गेट गिरने की सूचना के बाद पुलिस के आला अफसर एसडीआरएफ के जवानो के साथ नगर निगम के कर्मचारी भी मौके पर पहुॅचे और गेट के मलबे को सावधानी पूर्वक हटाया गया। अफसरो ने गेट का मलबा जेसीबी से हटाने से पहले ये सुनिश्चित किया कि कही कोई व्यक्ति मलबे के नीचे तो नही दबा है।