घर से निकल कर हुड़दंग करने वाले कई युवक बने मुर्गा कई को पड़ी लाठियां
लखनऊ। , कोरोना वायरस को हराने के लिए 24 मार्च की रात 12 बजे से पूरे देश को लाक डाउन करने के बाद सरकार ने देशवासियो से लाक डाउन का पालन करने की अपील की थी। लाक डाउन के बाद शहर की सडकेे सूनी हो गई लोगो ने अपने अपको अपने अपने घरो मे बन्द कर कोरोना वायरस से लड़ाई शुरू कर दी । लेकिन इस बीच पुराने लखनऊ की घनी बस्तियो से लाक डाउन के उलंघन की खबरो ने लोगो की बेचैनी बढ़ा दी। जहंा पूरा देश लाक डाउन है वही पुराने लखनऊ के मोहल्लो के अन्दर चन्द नासमझ लोग घरो से बाहर गली मोहल्लो के नुक्कड़ो पर झुन्ड लगा कर हुड़दंग करते देख गए । पुराने लखनऊ मे लाक डाउन के उलघ्ंान की खबरो के बाद पुलिस ने पुराने लखनऊ मे लाक डाउन का उलंघन करने वालो को गली मोहल्लो से दौड़ाना शुरू कर दिया है। शनिवार को पुराने लखनऊ की गलियों मे युवाओ के झुन्ड के जो चिन्ता जकन नज़ारे देखे गए थे पुलिस की सख्ती के बाद रविवार को उनही मोहल्लो मे सन्नाटा नज़र आया। पुराने लखनऊ के जिन मोहल्लो से लाक डाउन के उलघंन की खबरे मिल रही थी उन मोहल्लो मे पुलिस ने गश्त शुरू कर दी और मोहल्लो की गलियों मे बाकायदा पुलिस कर्मियो को मुस्तैद कर दिया गया। गली मोहल्लो मे लाक डाउन का पालन कराने के लिए लगाए गए पुलिस कर्मी रविवार को दिन भर घर से निकल कर गलियों मे हुड़दंग करने वाले युवाओ को खदेड़ते रहे । लाक डाउन का उलंघन करने वाले कई लोगो का पुलिस के डंडो ने स्वागत किया तो कई लोगो को पुलिस ने मुर्गा बना कर उन्हे दोबारा लाक डाउन की अवधि मे घर से बाहर न निकलने की हिदायते देकर छोड़ दिया। पुराने लखनऊ की घनी बस्तियो की तंग गलियो मे मुस्तैद किए गए पुलिस कर्मी उन दुकानो पर भी सोशल डिस्टेन्सिग का पालन कराते देखे गए जहंा लोग आवश्यक वस्तुए खरीदने के लिए आ रहे थे। दुकानो के बाहर एक एक मीटर की दूरी पर चूने से फुट मार्क के गोले बनाए गए थे। पुलिस के आला अफसर दिन भर पुराने लखनऊ के मोहल्लो में दौरे करते रहे । हालाकि आज से पहले पुलिस पुराने लखनऊ के मोहल्लो मे इतनी सख्ती नही कर रही थी जितनी रविवार को पुलिस ने सख्ती की लेकिन बाजूद इसके कुछ युवा गलियो के भीड़ की शक्ल मे रविवार को भी देखे गए । हालाकि जिन मोहल्लो मे युवाओ द्वारा लाक डाउन के उलंघन की चिन्ता जनक खबरे मिली उन मोहल्लो के बुजुर्गो का कहना है कि सरकार अगर चाहती तो लाक डाउन के स्थान पर पूरे भारत मे कफर््यू भी लगा सकती थी लेकिन जनता परेशान न हो इस लिए लाक डाउन कर आवश्यक वस्तुओ की बिक्री जारी रख्ख्ी गई लेकिन कुछ लोग कोरोना वायरस का मज़ाक उड़ा रहे । कुछ नासमझ लोग अगर अपनी हरकतो से बाज़ न आए और लाक डाउन का उलंघन करके अपनी और दूसरो के जीवन से खिलवाड़ करते रहे तो कही ऐसा न हो सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कफर््यू न लगा दे। लाक डाउन के उलंघन की खबरो के बाद सरकार ने भी इसे गम्भीरता से लेते हुए ज़िलो के डीएम और पुलिस कप्तानो को लाक डाउन का सख्ती से पालन कराने के आदेश दिए है केन्द्र सरकार ने साफ तौर से राज्यो की सरकारो से कहा है कि लाक डाउन के पालन के लिए सख्ती से काम ले । सरकार ने साफ तौर से कहा है कि जिस ज़िले से लाक डाउन के उलंघन की खबरे मिलेगी उस ज़िले के डीएम और पुलिस कप्तान को ज़िम्मेदार माना जाएगा।
दो सौ किलो मीटर पैदल चल कर लखनऊ पहुॅचे मज़दूरो को दरोगा ने खिलाया खाना
लाक डाउन के बाद सभी काम बन्द हो गए काम बन्द होने के बाद तमाम लोग अपनी अपनी जगह पर ही इस लिए ठहर गए क्यूकि परदेस मे रहने वाले लोगो को अपने गाॅव पहुॅचने के लिए सवारी का कोई साधन नही बचा । प्रयागराज से आठ दिहाड़ी मज़दूर अपने घर लखीमपुर जाने के लिए पैदल ही रवाना हो गए। शनिवार सुबह चार बजे प्रयागराज से लखीमपुर के लिए पैदल चले आठ दिहाड़ी मज़दूर रविवार शाम करीब पाॅच बजे चाौक थाना क्षेत्र के अकबरी गेट पहुॅचे । इन भूखे प्यासे मज़दूरो ने जब वहां मौजूद नख्खास चाौकी इन्चार्ज हरि प्रसाद उपाध्याय को आप बीती बताई तो उनकी आॅखे भी नम हो गई । उपनिरीक्षक हरि प्रसाद उपाध्याय ने इन सभी आठ मज़दूरो को एक एक मीटर की दूरी पर बैठा कर पेट भर भोजन कराया शुद्ध पानी पिलाया और सभी आठ मज़दूरो को पूरी तरह से सेनेटाईज़ कर उन्हे कुछ सेनेटाईज़र की बोतले भी उपलब्ध कराई। करीब एक घण्टा अकबरी गेट पर ठहरने के बाद सभी आठ मज़दूर पैदल ही लखीमपुर के लिए रवाना हो गए। प्रयागराज से पैदल चल कर लखनऊ पहुॅचे सभी आठ मज़दूरो के पैरो मे सूजन देख कर पुलिस ने गर्म पानी की व्यवस्था कर उनके पैर धुलवा कर उनकी थकन को कम करने का प्रयास भी किया। प्रयागराज से पैदल अपने घर के लिए शनिवार की सुबह चले आठ मज़दूरो को अपने घर पहुॅचने के लिए करीब साढ़े तीन सौ किलो मीटर का पैदल सफर करना पड़ रहा है।
तीन रिक्शा ट्राली से दिल्ली से करनैलगंज के लिए रवाना हुए लोग लखनऊ पहुॅचे
24 मार्च की रात से पूरे देश मे कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए गए लाक डाउन के बाद दिल्ली से 6 दिहाड़ी मज़दूर 13 साल के एक बच्चे के साथ तीन साईकिल ट्रालियों से करनैलगंज के लिए रवाना हो गए। 27 मार्च की सुबह दिल्ली से रवाना हुए ये भी सात लोग लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे के रास्ते 29 मार्च की शाम लखनऊ पहुॅचे तो यहा पुलिस ने उनके खाने का प्रबन्ध किया और सभी लोगो को सेनेटाईज़ भी किया। तीन रिक्शा ट्रालियो से करीब साढ़े 6 सौ किलो मीटर के सफर पर निकले मज़दूरो ने बताया कि उन्हे रास्ते मे खाने की कोई परेशानी नही हुई रास्ते मे तामा लोगो और पुलिस ने उनहे खाने का सामान उपलब्ध कराया लेकिन ट्राली चलाते चलाते उनकी हालत खाब हो गई। रविवार की शाम सभी 6 मज़दूर बच्चे को साथ लेकर करनैलगंज के लिए रवाना हो गए है।