लखनऊ। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने पर्यावरण संरक्षण के प्रयास के अन्तर्गत बसों मंे प्लास्टिक के उपयोग को सीमित करने के उद््देश्य से समस्त वातानुकूलित बसों में यात्रियों को यात्रा के दौरान बोतल बन्द पेयजल उपलब्ध कराने में लगभग 10 लाख प्लास्टिक की बोतलें प्रति माह एकत्र हो जाती हैं, जिनका निष्प्रयोजन एक कठिन समस्या है। निगम द्वारा पर्यावरण संरक्षण के प्रयास के अन्तर्गत बसों मंे प्लास्टिक के उपयोग को सीमित किया जाना आवश्यक है। परिवहन निगम के यात्रियों की सुविधा के लिये बस स्टेशनों पर शुद्ध पेयजल हेतु वॉटर एटीएम स्थापित किये जा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न प्रमुख बस स्टेशनों पर 19 वॉटर एटीएम कार्यरत हैं तथा यात्रियों को परिवहन निगम द्वारा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की प्राथमिकता के दृष्टिगत शुद्ध पेयजल हेतु दिनांक 31.03.2020 तक अतिरिक्त 100 वॉटर एटीएम की व्यवस्था प्रारम्भ हो जायेगी। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक डा0 राज शेखर ने समस्त क्षेत्रीय प्रबन्धकों, सेवा प्रबन्धकों एवं समस्त सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक (डिपो) को निर्देश दिये है कि समस्त वातानुकूलित बसों में यात्रियों को उपलब्ध करायी जाने वाली बोतल बन्द पेयजल की व्यवस्था को दिनांक 16.03.2020 से समाप्त किया जा रहा है। परिवहन निगम की वातानुकूलित बसों में यात्रियों को यात्रा के समय उपलब्ध कराये जा रहे बोतल बन्द पेयजल की व्यवस्था समाप्त होने के फलस्वरूप यात्रियों को इसके लाभ के रूप में समस्त श्रेणी की वातानुकूलित बसों के किराये में 01 पैसा प्रति सीट प्रति कि.मी. में कमी की गई है। किराये में कमी के उपरान्त वातानुकूलित बसों का श्रेणीवार किराया निम्नवत होगा, जो दिनांक 15.16.03.2020 की मध्य रात्रि से लागू होगा, उत्तर प्रदेश निगम यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक व किफायती बस सेवा प्रदान करने के लिये हमेशा कटिबद्ध है।
