सेतु निगम की मनमानी जगह जगह रास्ते किए बन्द पतली गलियो मे घंटो जाम मे फंस रहे है लोग

सेतु निगम की मनमानी जगह जगह रास्ते किए बन्द पतली गलियो मे घंटो जाम मे फंस रहे है लोग

असुरक्षित पुल निर्माण के बीच असमजंस मे हज़ारों राहगीर

लखनऊ।  उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पुराने इलाके मे रहने वाले हज़ारो लोगो की मुसीबत न तो सरकार को दिख रही और न ही यातायात विभाग ही पुराने लखनऊ की बिगड़ी हुई यातायात व्यवस्था की सुध ले रहा है । पुराने लखनऊ मे चाौक से लेकर मिल एरिया पुलिस चाौकी तक राज्य सेतु निगम द्वारा बनाए जा रहे फ्लाई ओवर ब्र्रिज के निर्माण ने हज़ारो लोगो का जन जीवल अस्त व्यस्त कर दिया है । करीब साढ़े तीन किलो मीटर तक चल रहे ब्रिज के असुरक्षित निर्माण से यहंा लम्बे समय से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। तालकटारो रोड ऐसा रोड है जो राजाजी पुरम कालोनी की बड़ी आबादी के लिए मुख्य मार्ग माना जाता है लेकिन मनमाने तरीके से बिना किसी वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था किए बगैर तीन किलो मीटर लम्बे इस महत्वपूर्ण मार्ग को मनमाने तरीके से कई जगह से बिना किसी पूर्व सूचना और बिना किसी डायवर्जन का एलान किए ही बन्द कर दिया गया है। मिल एरिया पुलिस चेौकी से हैदरगंज तिराहे तक बन रहे पुल के एक हिससे को निर्माण के लिए करीब चार माह तक मिल एरिया पुलिस चैकी से बुलाकी अडडे तक रास्ते पर बैरिकेटिग कर मनमाने तरीके से बन्द किया गया ये रास्ता अभी पूरी तरह से खुला भी नही था कि बुलाकी अडडे से हैदरगंज तिराहे तक और हैदरगंज से बुलाकी अडडे जाने वाले रास्ते को भी आम यातायात के लिए बन्द कर दिया गया। इस रास्ते से गुज़रने वाले हज़ारो वाहनो को अब अनुपम नगर के पतले रास्ते की तरफ से होकर गुज़रना पड़ता है जो काफी सकरा है और लोगो को इसकी ज़्यादा जानकारी भी नही है इस रास्ते पर भी जब जाम की स्थिति बन जाती है तो लोग मेंहदीगंज के पतले रास्ते को चुनते है लेकिन टिकैतगंज से हैदरगंज को जोड़ने वाली मेहंदीगंज की पत्ली सकड़ पर दोनो तरफ से आने वाले वाहन फंस कर लोगो की परेशानी का सबब बन जाते है। यहां सबसे महत्वपूर्ण पहलू ये है कि मार्ग को आम यातायात के लिए बन्द करने से पहले यातायात विभाग ने न तो किसी वैकल्पिक रास्ते का ही एलान किया और न ही जहां से रास्ता बन्द किया गया है वहंा उस स्थान पर किसी यातायात सिपाही को ही तैनात किया गया यहंा प्राईवेट सिक्योरिटी गार्डो की तैनाती की गई है जो यातायात व्यवस्था को सुनिश्चित करने के बजाए निर्माण कार्य मे लगी बड़ी मशीनो के रास्ते पर आने वाले राहगीरो को ही हटाने का काम करते रहते है। ये महत्वपूर्ण रास्ते तो पहले ही बन्द थे इसके बाद खाला बाज़रा चैराहे से टूरियांग गज तक जाने वाले रास्ते की एक सड़क को भी बिना किसी पूर्व सूचना के बन्द कर दिया गया । सोमवार की शाम अचानक नख्खास तिराहे से हैदरगंज की तरफ जाने वाले रास्ते को भी पूरी तरह से बन्द कर दिया गया । पुराने लखनऊ मे स्थित नख्खास ऐसी जगह है जहंा दूर दराज के लोग भी खरीदारी करने के लिए आते है लेकिन पुल निर्माण की वजह से न तो यहंा बाज़ार ही लगने की जगह बची है और न ही बाज़ार आने जाने के लिए लोगो को सवारी की कोई सुविधा है । बन्द रास्ते पर इक्का दुक्का ई रिक्शा ही सवारिया बैठा कर गली कूचो से लेकर जा रहे है। कुल मिला कर देखा जाए तो साढ़े तीन किलो मीटर लम्बा ये रास्ता अब यहां से गुज़रने वालो के लिए रास्ता नही रह गया बल्कि मुसीबत बन गया है।

डीसीपी यातायात ने कहा जल्द करेगे वैकल्पिक व्यवस्था

लखनऊ शहर मे पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद डीसीपी यातायात के पद पर तैनात की गई चारू निगम का कहना है कि डवलपमेन्ट के काम मे रोड़ा नही डाला जा सकता है कुछ कठिनाईयां तो होती है उन्होने कहा कि पुराने लखनऊ की ये समस्या हमारे संज्ञान मे है मैने आज ही टीआई को निर्देश दिया है कि जहंा जहंा जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है उस जगह को चिन्हित कर डायवर्जन की व्यवस्था करें । उन्होने कहा कि कुछ काम यातायात विभाग को बिना बताए ही कर दिए जाते है जिससे समस्या उत्पन्न हो जाती है उन्होने हैरत जताते हुए कहा कि हमारे आफिस के बाहर ही खुदाई कर दी गई और मुझे ही नही बताया गया मै आज ही इस पूरे मार्ग की समीक्षा करूंगी और प्रभावित मार्ग से गुज़रने वाले यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग की तलाश की जाएगी उन्होने बताया कि प्रभावित रास्ते के वैकल्पिक मार्गो पर अगर कोई अतिक्रमण है जिसकी वजह से यहंा भी जाम की स्थिति उत्पन्न होती है तो इन मार्गो से अतिक्रमण को हटवाने की कार्यवाही की जाएगी।

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