रविवार को उमड़ा महिलाओ का जन सैलाब, विभिन्न जनपदो से आई महिलाए
लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून एनआरसी के खिलाफ पिछले 24 दिनो से लगातार लखनऊ के ऐतिहासिक घंटा घर के मैदान मे महिलाओ द्वारा किया जा रहा शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन आज भी जारी रहा। 17 जनवरी की दोपहर मात्र 20 महिलाओ द्वारा सीएए एनआरसी के विरोध मे शुरू किए गए शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन मे प्रदेश भर की महिलाओ ने भाग लिया और इस विरोध प्रदर्शन को ऐतिहासिक बना दिया लखनऊ के बाशिन्दो ने शायद इतने लम्बे समय तक चलने वाले आम महिलाओ का विरोध प्रदर्शन का पहले कभी नही देखा होगा 20 महिलाओ ने घंटा घर के मैदान मे 17 जनवरी को आकर जो इन्कलाब का नारा लगाया उसकी आवाज़ शायद दूर दूर तक गई और महिलाओ की सख्या इतनी बढ़ती गई कि आज महिलाओ की गिनती कर पाना मुशकिल हो गया। विरोध प्रदर्शन के चैबीसवें दिन रविवार को घंटा घर के मैदान मे महिलाओ का हुजूम उमड़ा रविवार को घंटा घर के विशाल मैदान मे पैर रखने की जगह नही थी । घटंा घर के चबूतरे पर बनाए गए अस्थाई मंच से विरोध के स्वर गुजते रहे । रविवार की दोपहर यहा हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली हिन्दू भाई बहनो ने मंत्रो उच्चार शुरू किया तो वहा मौजूद हज़ारो मुस्लिम महिलाओ ने भी मंत्रोउच्चार मे भाग लेकर आपसी भाईचारे और एकता की मिसाल पेश की । इन 24 दिनो मे यहंा विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ को अनेक मुसीबते झेलनी पड़ी बावजूद इसके महिलाओ का हौसला कम होने के बजाए बढ़ता गया। इन 24 दिनो मे पुलिस ने कई मुकदमे दर्ज किए कई लोगो को जेल भेजा लेकिन संवैधानिक तरीके से शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर ही महिलाओ पर मुकदमो का दबाव भी नही पड़ा और विरोध प्रदर्शन उसी शिददत और जज़्बे के साथ जारी है जैसे पहले था। सीएए एनआरसी के खिलाफ शानतीपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के लिए अपने घरो से निकली महिलाओ को न अपनी सेहत की चिन्ता थी न ही घर परिवार की और तो और इन महिलाओ पर कड़ाके की ठन्ड घने कोहरे का भी असर नही हुआ और जोश से लबरेज़ महिलाए सीएए वापस लिए जाने की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन धरने पर पक्के इरादे के साथ डटी हुई है। रविवार को बाराबंकी, सीतापुर, मऊ, फैज़ाबाद, अम्बेडकर नगर,, रायबरेली, उड़ीसा समेत कई अन्य ज़िलो से आई सैकड़ो महिलाओ ने घंटा घर पर 24 दिनो से विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ की आवाज़ मे आवाज़ मिला कर उन्हे अपना समर्थन दिया। इसके अलावा रिहाई मंच के राजीव यादव ने भी घंटा घर पहुॅच कर महिलाओ को अपना समर्थन दिया।
संत पहॅुचे घण्टा घर महिलाओ को दिया समर्थन
नागरिकता कानून के खिलाफ 24 दिनो से लगातार घंटा घर के मैदान मे चल रहे महिलाओ के विरोध प्रदर्शन मे रविार को कई संत भी वहंा पहुॅचे और खराब मौसम के बावजूद लगातार 24 दिनो से यहंा विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ की हिम्मत बढ़ाते हुए उन्हे अपना समर्थन दिया। भगवा लिबास में घंटा घर के मैदान पहुॅचे संतो ने भी सीएए और एनआरसी को जन विरोधी और देश की एकता को तोड़ने वाला कानून बताते हुए इसकी आलोचना की। संत प्रज्ञासार ने कहा कि सीएए एनआरसी 85 प्रतिशत नागरिको के खिलाफ है उन्होने कहा कि 85 प्रतिशत लोग अपने कागज़ात नही दिखा सकते है ऐसे लोगो की कैसे नागरिकता साबित होगी। उन्होने कहा कि अगर हम नागरिकता सिद्ध न कर पाए तो हम देशवासी नही रहेगे तब हम तो मताधिकार से भी वंचित हो जाएगें। उन्होने सरकार से मांग की है कि सीएए वापस ले और एनआरसी को भूल जाए ।
पुलिस ने मौलाना के घर चस्पा किया नोटिस
शिया धर्म गुरू मौलाना सैफ अब्बास नकवी के नख्खास स्थित घर के बाहर चैक पुलिस ने नोटिस चस्पा कर उनहे घंटा घर के मैदान मे विरोध प्रदर्शन में शामिल न होने की हिदायत दी है। मौलाना सैफ अब्बास का कहना है कि वो अभी तक घटंा घर के मैदान मे महिलाओ के विरोध प्रदर्शन में शामिल नही हुए है बावजूद इसके पुलिस ने उनके घर के बाहर नोटिस चस्पा कर उन पर दबाव बनाने का प्रयास किया है मौलाना का कहना है कि वो इस सम्बन्ध मे अपने वकील से सलाह ले रहे और पुलिस की ज़ोर ज़बरदस्ती वाली कार्यवाही के खिलाफ वो अदालत जाएगे। हालाकि मौलाना सैफ अब्बास तो घंटंा घर नही पहुॅचे फिर भी पुलिस ने उनके दारवाज़े पर नोटिस चस्पा कर दिया लेकिन कई मौलाना घंटा घर के मैदान मे महिलाओ के बीच पहुॅचे और मौलानाओ ने महिलाओ को अपना समर्थन देते हुए महिलाओ के इस विरोध प्रदर्शन के संवैधानिक बताया। एसीपी चैक द्वारा मौलाना सैफ अब्बास के घर के बाहर चस्पा किए गए नोटिस मे कहा गया है कि घंटा घर के मैदान मे महिलाओ द्वारा सीएए एनआरसी के खिलाफ किया जा रहा विरोध प्रदर्शन अवैधानिक है इस विरोध प्रदर्शन मे आपके शामिल होने से शान्ती व्यवस्था को नुकसान पहुॅच सकता है । धारा 144 लागू है ऐसे मे आपको विरोध प्रदर्शन मे बिना अनुमति के शामिल होने से परहेज़ करना चाहिए।
किन्नर पहुॅचे घंटा घर महिलाओ को दिया समर्थन
नागरिकता कानून के खिलाफ 24 दिनो से लगातार बिना रूके बिना थके विरोध प्रदर्शन कर रही हज़ारो महिलाओ के बीच रविवार की सुबह किन्नरो की टोली पहुॅची और सीएए एनआरसी के विरोध मे किन्नरो ने शामिल होकर महिलाओ का हौसला बढ़ाया । घंटा घर के मैदान मे पहुॅचे किन्नरो ने कहा कि हम भारत वासियो को एक देखना चााहते है लेकिन मौजूदा सरकार द्वारा लाया गया नागरिकता कानून देशवासियो की एकता को तोड़ने वाला कानून है इस लिए ये कानून हमे कतई बर्दाश्त नही है। किन्नर गुडडन ने कहा कि हमारी देश की संस्कृति एकता की डोर है इस डोर मे हम सब बधे हुए है उन्होने कहा कि महिलाओ के विरोध प्रदर्शन को तोड़ने की कोशिश करने वाले विभिषण की भूमिका निभा रहे है उन्होने कहा कि इतिहास गवाह है कि किन्नरो हमेशा साथ देने वाले साबित हुए है जब सभी शस्त्र बेकार हो जाते है तब किन्नर शस्त्र बन कर सामने आते है उन्होने महिलाओ को दुआ दी कि आपका हौसला यूॅही बना रहे