लखनऊ। कन्नौज बस हादसा मामले में परिवहन के प्रमुख सचिव राजेश सिंह ने कार्य में लापरवाई बरतने और अनियमितता के आरोप में यूपी के पांच एआरटीओ को निलंबित कर दिया है। यही नहीं मामले में संजय झा एआरटीओ कन्नौज, एआरटीओ मोहम्मद हसीब वर्तमान तैनाती हमीरपुर, के विरुद्ध फिटनेस देने में लापरवाही और गड़बड़ी, के आरोप में एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश भी दिया गया है। बता दें कि कन्नौज में डबल डेकर स्लीपर बस और ट्रक की जोरदार टक्कर में आग लगने से 20 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं हादसे के बाद से ही परिवहन विभाग की तरफ से बस के ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके अलावा विभाग की तरफ से कई बिंदुओं पर जांच की गई। शुरुआती जांच के बाद एआरटीओ ने कहा था कि अभी तक जांच में बस के सभी कागजात पूरे पाए गए हैं। इसके अलावा गाड़ी की फिटनेस और बीमा भी वैध पाया गया है। यही नहीं बस के ऑल इंडिया परमिट को भी जांच में वैध पाया गया है। एआरटीओ के अनुसार, मामले में विभाग अन्य बिंदुओं की जांच कर रहा है ऐसी पुष्टि की गई थी। एआरटीओ लखनऊ संजय तिवारी के रायबरेली में तैनाती के दौरान स्लीपर बस में गबन के आरोप और कन्नौज एआरटीओ संजय झा को बस जलने के मामले में लापरवाही, फाइल गायब करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। दूसरी तरफ अमेठी की एआरटीओ पुष्पांजलि गौतम भी काम मे लापरवाही और कैशबुक में वित्तीय अनियमितता के आरोप में सस्पेंड की गईं हैं। वहीं फर्रुखाबाद एआरटीओ शांति भूषण पांडेय को वित्तीय अनियमितता और प्रवर्तन काम मे लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
