सीएए एनआरसी का विरोध कर रही महिलाओ ने कहा आज आसमान भी रो रहा है
लखनऊ। नागरिकता कानून के खिलाफ पिछले 13 दिनो से लगातार कड़ाके की ठन्ड घने कोहरे और खुले आसमान के नीचे बैठ कर शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ के लिए बुद्धवार का दिन काफी परेशानियों भरा दिन रहा। बुद्धवार की सुबह से आसमान मे बादल छाए हुए थे दोपहर होते होते हलकी बारिश ने यहंा विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ को भिगो दिया लेकिन सीएए एनआरसी के खिलाफ 17 जनवरी से यहां शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन लगातार कर रही महिलाओ पर आसमान से हुई बारिश का भी असर नही हुआ । आसमान से पानी की फुहारे गिरती रही और खुले आसमान के नीचे बैठी जोश से लबरेज़ महिलाए इन्क़लाब जिन्दाबाद के नारे लगाती रही। आमतौर पर देखा जाता है कि बारिश के मौसम मे लोग अपने घरों से नही निकलते है खास कर मासूम बच्चो की मांए तो बिलकुल ही बारिश के मौसम से बचती है लेकिन बुद्धवार को आसमान से बरस रही पानी की हल्की फुहारो के बीच घंटा घर के मैदान से महिलाओ के जाने के बजाए अपने घरो से घंटा घर के मैदान मे महिलांए आती दिखाई दी। बुद्धवार के दिन भी यहंा लगातार 13 दिनो से शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ ने बारिश के बीच विरोध प्रदर्शन को जारी रख कर ये साबित करने का प्यास किया कि वास्तव मे महिलाए अगर ठान ले तो वो पुरूषो से आगे निकल सकती है। बुद्धवार को हुई हल्की बारिश के बीच यहां विरोध प्रदर्शन करने वाली महिलाओ के बीच बुजुर्ग महिलाए भी बारिश के बावजूद डटी रही कुछ महिलाए तो अपनी गोद मे मसूम बच्चो को अपने आंचल मे छुपा कर पानी से बचाती हुई देखी गई।
सीएए एनआरसी के विरोध मे लगातार 13 दिन से घंटा घर के मैदान मे जारी विरोध प्रदर्शन मे यूनानी मेडिकल की छात्राओ ने भी बारिश के मौसम के बीच हिस्सा लेकर यहंा लम्बे समय से विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ का मनोबल बढ़ाया बुद्धवार की दोपहर मे जिस समय आसमान से पानी की फुहारे गिरना शुरू हुई उस समय वहां अधिवक्ताओ का एक बड़ा जत्था भी पहुॅचा और विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ का मनोबल बढ़ाया। बारिश् के बावजूद विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाए खुले आसमान के नीेचे नारे लगाती हुई कह रही थी कि आज सीएए एनआरसी को लेकर आसमान भी रो रहा है। बुद्धवार को खराब हुए मौसम के बीच विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ ने पूर्व की तरह से ही विरोध प्रदर्शन जारी रख्खा। विरोध प्रदर्शन के 13वें दिन सपा सरकार मे मंत्री रहे अभिषेक मिश्रा और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरियां भी पहुॅचे और घंटा घर के मैदान मे विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ को अपना समर्थन देते हुए कहा कि अगर प्रदेश हमारी सरकार होती तो यहंा महिलाओ को कोई असुविधा न होती और महिलाओ की सुविधाओ का पूरा ध्यान रख्खा जाता।
पुराने लखनऊ मे भारत बन्द का दिखा व्यापक असर
सीएए एनआरसी के खिलाफ 29 जनवरी को भारत बन्द के एलान का पुराने लखनऊ मे व्यापक असर देखने को मिला मिला। भारत बन्द के एलान के बाद पुराने लखनऊ के बाज़ार पूरी तरह से बन्द रहे। भारत बन्द का व्यापक असर पुराने लखनऊ के चैकत्र नख्खास, अमीनाबाद, सआदतगंज, चाौचटियां, भेलानाथ कुॅआ, ठाकुरगंज , हुसैनाबाद, बुलाकी अडडा, हैदरगंज बाज़ार खाला, बिल्लौचपुरा आति तमाम क्षेत्रो मे दिखा। आम तौत पर त्योहरो के दिन भी जेा दुकाने खेली रहती थी वो दुकाने भी बुद्धवार को पूरे दिन बन्द रही यहां तक की चाय और खाने के होटल भी पूरी तरह से बन्द नज़र आए। सीएए एनआरसी के विरोध मे अपनी दुकाने बन्द करने वाले तमाम दुकानदारो ने घंटा घर पहुॅच कर अपना सांकेतिक विरोध भी दर्ज कराया। भारत बन्द के एलान के बाद घटंा घर के मैदान मे भीड़ बढ़ने के अन्देशे के मददे नज़र घंटा घर के आसपास पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क रही बुद्धवार को पुराना शहर बन्दी के कारण सन्नाटे मे रहा लेकिन घंटा घर के आसपास भीड़ रोज़ के मुकाबले की अधिक देखने को मिली।