घंटा घर के मैदान मे 12वें दिन भी जारी है विरोध प्रदर्शन

घंटा घर के मैदान मे 12वें दिन भी जारी है विरोध प्रदर्शन

घंटा घर के मैदान मे विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ को लगातार मिल रहा है समर्थन

लखनऊ।  कड़ाके की ठन्ड घना कोहरा और खुले आसमान के नीचे 12 दिन 288 घंटें 17280 मिनट 10 लाख 36 हज़ार 8 सौ सेकेन्ड से लगातार सीएए और एनआरसी के खिलाफ नारो की गूंज लखनऊ के एतिहासिक घंटा घर के मैदान मे सुनाई दे रही है। 17 जनवारी की दोपहर दो बजे से 20 महिलाओ द्वारा सीएए और एनआरसी के खिलाफ शुरू हुए शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन मे लगने वाले नारे यहंा कोई पल ऐसा नही गुज़रा जब न सुनाई दिए हो। दिन मिनट घंटे मिनट और सेकेन्ड का ये हिसाब तो 17 जनवरी की दोपहर 2 बजे से 28 जनवरी दोपहर दो बजे तक का है । समय का ये हिसाब तो सीएए एनआरसी के खिलाफ सिर्फ लखनऊ के घंटा घर के मैदान मे हो रहे विरोध प्रदर्शन का है लेकिन अगर पूरे देश का हिसाब लगाया जाए तो कैलकुलेटर के शायद डिजित ही कम पड़ जाएगे लेकिन देश भर मे सीएए और एनआरसी के खिलाफ बड़े पैमाने पर लगातार हो रहे विरोध प्रर्दशन की आवाज़े सरकार को सुनाई नही दे रही है या फिर सरकार लोकतंत्र की इन आवज़ो को अन्सुना कर आन्दोलनकारियो के हौसलो को तोड़ने की रणनिति पर चल रही है। लखनऊ के घंटा घर के मैदान मे सीएए और एनआरसी के खिलाफ हो रहे विरोध प्रर्दशन के दौरान यहंा विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ को इन 12 दिनो मे सिर्फ खराब मौसम की ही मार नही झेलनी पड़ी बल्कि इन 12 दिनो मे यहंा खराब मौसम के बीच खुले आसमान के नीचे शान्तीपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ को पुलिस केे गुससे का शिकार भी होना पड़ा । यहंा इस मैदान मे विरोध प्रदर्शन कर रही सैकड़ो महिलाओ के सामने शौचालय जैसी ज़रूरी सुविधा से भी उन्हे दूर किया गया । खूले आसमान मे 12 दिन 288 घंटें 17280 मिनट 10 लाख 36 हज़ार 8 सौ सेकेन्ड से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ के सामने ऐसा विकट समय भी आया जब इन महिलाओ के सामने पसोपेश की स्थिति उत्पन्न हुई लेकिन मज़बूत इरादो के साथ सीएए और एनआरसी के खिलाफ घंटा घर के मैदान मे विरोध प्रदर्शन के लिए आई महिलाओ ने आज तक अपने कदम पीछे नही हटाए और उसी शिददत के साथ सैकड़ो महिलाए आज भी शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन लगातार कर रही है। सीएए और एनआरसी के खिलाफ लखनऊ की मात्र 20 महिलाओ द्वारा घंटा घर के मैदान मे 12 दिन पूर्व शुरू किए गए शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन मे सोशल मीडिया इन महिलाओ के लिए सहायक साबित हुई और सोशल मीडिया ने इनके विरोध प्रदर्शन को सबसे पहले विश्व स्तर तक पहुॅचाने मे इनका महत्वपूर्ण सहयोग किया। मामूली स्तर पर शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मीडिया की तव्जजोह इस विरोध प्रदर्शन की तरफ गई तो महिलाओ का ये विरोध प्रदर्शन दिन दूनी रात चैगनी कामयाबी हासिल करता गया । घंटा घर के मैदान मे हो रहे इस विरोध प्रदर्शन मे पूरे प्रदेश की महिलाओ ने पहुॅच कर इसे और ज़्यादा विस्तार दे दिया। घंटा घर के मौदान मे शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन के बाद गोमती नगर के उजरियावं मे गंजे शहिदा कब्रस्तान के पास बनी एक दरगाह के पास महिलाओ ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया जो आज भी जारी है।

घंटा घर पहुॅचे मौलाना आमिर रशादी महलाओ का किया समर्थन


नागरिकता कानून के खिलाफ पिछले 12 दिनो से लगातार चल रहे महिलाओ के शान्तीपूर्ण विरोध प्रदर्शन के 12वें दिन आज उलमा काउन्सिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी घंटा घर के मैदान मे महिलाओ के बीच पहुॅचे और उन्होने सीएए एनआरसी के खिलाफ शान्तीपूर्ण तरीके से खराब मौसम के बावजूद खुले आसमान के नीचे विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओ की तारीफ करते हुए उनका हौसला बढ़ाया और महिलाओ को अपना समर्थन दिया। मौलाना आमिर रशादी ने महिलाओ के हक मे अल्लाह से दुआ भी की कि अल्लाह इन महिलाओ की मेंहनत को कुबुल करते हुए उसे कामयाबी दे। घंटा घर के मैदान पहुॅचे मौलाना आमिर रशादी को अपने बीच पाकर विरोध प्रर्दनशन कर रही महिलाओ के हौसले और ज़्यादा बढ़ गए इससे पहले शिया धर्म गुरू मौलाना डाॅक्टर कल्बे सादिक मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली मौलाना अब्दुल अलीम फारूकी मौलाना मौलाना शाह फज़ले मन्नान वायज़ी के अलावा कई अन्य धर्मगुरू ने भी घंटा घर के मैदान मे महिलाओ के बीच पहुॅच कर उनका हौसला बढ़ा चुके है।

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