यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य अभी पूरी रफ्तार नहीं पकड़ पाया है। अभी भी परीक्षकों की अनुपस्थिति का सिलसिला जारी है। बरेली में एक ऐसी कॉपी चेक होने आ गई जिसको मूल्यांकन कार्य में लगाए गए 2424 परीक्षकों में से एक भी नहीं जांच पाया।
दरअसल यह कन्नड़ भाषा की कॉपी है। बोर्ड ने इसको चेक करने के लिए बरेली भेज दिया। मगर बरेली में कन्नड़ भाषा का कोई परीक्षक ही नहीं मिला। आखिर डीआईओएस को बोर्ड सचिव को इस की सूचना देनी पड़ी। अब यह एकमात्र कॉपी फिर से इलाहाबाद ऑफिस वापस जाएगी। वहां पर ही इसका मूल्यांकन होगा।
इससे पहले पाली और अरबी के परीक्षक भी नहीं मिले थे। इनकी कॉपियों को भी वापस इलाहाबाद भेज दिया गया। मूल्यांकन जल्द निपटाने के लिए बोर्ड ने अब दो घंटा समय बढ़ा दिया है। यह नियम आज से लागू हो जाएगा।