नागरिकता कानून के खिलाफ पाॅचवे दिन जारी है महिलाओ का विरोध प्रदर्शन

नागरिकता कानून के खिलाफ पाॅचवे दिन जारी है महिलाओ का विरोध प्रदर्शन

लगातार पाॅचवे दिन जारी है सीएए एनआरसी का विरोध महिलाओ की संख्या मे हुआ इज़ाफा

लखनऊ।  दिल्ली के शाहीन बाग मे नागरिकता संशोधन कानून एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद पाॅच दिन पूर्व शुक्रवार की दोपहर से लखनऊ के घंटा घर के मैदान मे शुरू हुआ महिलाओ का विरोध ्रदर्शन विस्तार ले रहा है। लगातार पाॅच दिनो से शान्तीपूर्ण माहौल म जारी महिलाओ के विरोध प्रदर्शन मे महिलाओ की सख्यंा मे लगातार इज़ाफा देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को जब महिलाओ ने घंटा घर के मैदान मे प्रदर्शन शुरू किया था तब शहर मे धारा 144 लागू नही थी लेकिन धरना शुरू होने के दो दिन बाद शहर मे गणतंत्र दिवस और डिफेन्स एक्सपो के मददे नज़र पूरे शहर मे धारा 144 लागू कर महिलाओ के इस धरने को अवैधानिक करार दे दिया गया और प्रदर्शनकारी महिलाओ से धरना समाप्त करने के लिए कहा गया लेकिन ज़िद पर अड़ी महिलाओ ने जब धरना समाप्त नही किया तो पुलिस ने प्रदर्शनकारी महिलाओ के खिलाफ ठाकुरगंज थाने मे मुकदमा भी दर्ज किया । मुकदमा दर्ज होने के बावजूद जोश से लबरेज़ महिलाओ का मनोबल नही टूटा और धरने मे पहले से ज़्यादा महिलाओ की सख्या बढ़ गई। सीएए, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ धरना दे रही महिलाओ का कहना था कि हम देश और देश के संविधान से प्यार करने वाली महिलाए है हम मुकदमो से डर कर अपने कदम पीछे नहीं हटाएंगे। मंगलवार की दोपहर खिली धूप मे घंटा घर के मैदान मे एंकत्र हज़ारो महिलाए इन्कलाब ज़िन्दाबाद हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद के नारे लगा कर राष्ट्र गीत गा रही थी। महिलाओ द्वारा पिछले पाॅच दिनो से घंटा घर के मैदान मे खुले आसमान के नीचे दिए जा रहे धरने के चारो तरफ रस्सी लगा कर बैरिकेटिंग महिलाओ द्वारा खुद की गई है और इस रस्सी के उस पार किसी भी पुरूष या युवक को जाने की महिलाए इजाज़त नही दे रही है। हालाकि रस्सी के बाहर खड़े सैकड़ो लोग धरना दे रही महिलाओ की सुविधाओ का सामान उन तक लगातार पहुॅचा रहे है। कड़ाके की ठन्ड के बीच खुले आसमान के नीचे नागरिकता कानून के खिलाफ धरना दे रही महिलाओ के खाने का इन्तिज़ाम स्वच्छ पानी का इतिज़ाम लगातार लोग कर रहे है। धरना दे रही महिलाओ मे स्कूल की छात्राए भी मौजूद है मासूम बच्चे भी है और बुजुर्ग महिलाए भी भारी सख्या मे मौजूद है। जोश से लबरेज़ महिलाओ का कहना था कि वो तब तक धरने से नही हटेगी जब तक केन्द्र सरकार नागरिकता कानून को वापस नही लेती है। धरना स्थल के आसपास सुरक्षा के लिहाज़ से भारी सख्या मेु पुलिस बल को तैनात किया गया है। खास कर महिला पुलिस कर्मियों को महिला प्रदर्शनकारियो के पास पास लगाया गया है ।

वालन्टियर युवतियो की सख्या बढ़ा कर 100 की गई
घंटा घर के मैदान मे नागरिकता कानून के खिलाफ शान्तीूर्ण प्रदर्शन कर रही महिलाओ के धरने मे व्यवस्था की देख रेख और धरने मे शामिल होने वाली महिलाओ पर नज़र रखने के लिए पहले 20 युवतियो की वालन्टियर टीम बनाई गई थी लेकिन समय गुज़रने के साथ जब धरने मे महिलाओ की सख्या बढ़ी तो वालन्टियर युवतियो की सख्ंया मे इज़ाफा करते हुए 100 वालन्टियरो को ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। वालान्टियर युवतियो मे अधिक्तर छात्राए है ये छात्राए रस्सी से की गई बैरिकेटिंग के अन्दर किसी भी पुरूष को आने से रोक रही है साथ ही धरना स्थल की साफ सफाई भी इन्ही युवतियो के ज़िम्मे है । ये युवतियां ये भी देख रही है कि शान्तीपूर्ण तरीके से चल रहे धरने मे कोई अराजक तत्व दाखिल होकर उनके शान्तीपूर्ण धरने को बदनाम न करने पाए । वालन्टियरो की ये टीम बुजुर्ग महिलाओ की सेवा भी कर रही है ।

बीमार महिलाओ को दवाएं बाट रही है हिना परवीन

शुक्रवार की दोपहर से लगातार चल रहे कड़ाके की ठन्ड के बीच महिलाओ के धरने मे ठन्ड से बीमार होने वाल महिलाओ और बच्चो के लिए यहंा डाॅक्टर अबु तालिब की पत्नी हिना परवीन पिछले तीन दिनो से दवाएं बाट रही है। बीमार महिलाओ को नज़ले खांसी बुखार लूज़ मोशन की दवाएं बाट रही हिना परवीन का कहना है कि उन्होने ये दवांए बाटने के लिए किसी से चन्दा नही लिया है बल्कि विदेश मे रह रहे उनके पति ने उनसे कहा है कि धरने मे शामिल महिलाओ को जाकर बदवांए उपलब्ध कराओ । उन्होने कहा कि वो अब तक करीब चार सौ महिलाओ को दवाए दे चुकी है।

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