बारिश मे बदहाल हुई सड़क 6 घंटे मे वाहन समेत गिरे 41 राहगीर
एक किलो मीटर की सड़क बनी राहगीरो के लिए खतरनाक, कीचड़ ही कीचड़
लखनऊ। , मिल एरिया पुलिस चाौकी से चैक फूलमंडी तक राज्य सेतु निगम द्वारा बनाया जा रहा ओवर ब्रिज इस सड़क से रोज़ गुज़रने वाले हज़ारो राहगीरो के लिए वैसे ही बड़ी मुसीबत साबित हो रहा था उस पर से दो दिन तक हुई बारिश ने इस रास्ते को राहगीरो के लिए और ज़्यादा खतरनाक बना दिया है । वैसे तो सेतु निगम पुल के निर्माण को गति देकर जल्दी बनाने के लिए गम्भीर नज़र आ रहा है लेकिन गम्भीरता के साथ साथ सेतु निगम की घोर लापरवाहिया भी उजागर हो रही है। मिल ऐरिया पुलिस चैकी से हैदरगंज तिराहे तक चार पहिया वाहनो के प्रवेश को पूरी तरह से प्रतिबन्धित कर दिया गया है जिसकी वजह से राजाजी पुरम से आने वाले लोगो को लम्बा चक्कर काट कर अपनी मंज़िलो तक जाने मे परेशानियां तो उठानी ही पड़ रही है साथ ही उबड़ खाबड़ रास्ते से गुज़रने वाले दो पहिया वाहन चालक भी अपनी जान को हथेली पर रख कर ही इस रास्ते का इस्तेमाल कर रहे है। दो दिनो तक हुई लगातार बारिश ने हैदरगंज से लेकर मिल ऐरिया पुलिस चाौकी तक के रस्ते को किचड़ युक्त रास्ता बना दिया है। कीचड़ युक्त रस्ते से गुज़रने वाले दो पहिया वाहन चालक एक किलो मीटर लम्बे इस रास्ते को किस मुसीबत से काट रहे है इसका अन्दाज़ा शायद सेतु निगम के अधिकारियो को कतई नही है वरना सेतु निगम हज़ारो राहगीरो के लिए पुल के किनारे की सड़क को गढ्ढा मुक्त बना कर उन्हे सुरक्षित यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराते। दो दिनो तक हुई बारिश की वजह से बुलाकी अड्डा और मिल एरिया पुलिस चाौकी के बीच की सड़क पर इतनी ज़्यादा कीचड़ हो गई कि इस सड़क पर पैदल तक चलना मुशकिल हो गया। कीचड़ युक्त सड़क पर गुरूवार को एक के बाद एक दो पहिया वाहन सवार फिसल फिसल कर गिरते रहे । स्थानीय नागरिको के अनुसार तुलसी काम्प्लेक्स से बुलाकी अडडा तिराहे तक मात्र 6 घंटो मे 41 दो पहिया वाहन सवार किचड़ मे फिसल कर गिरे जिसकी वजह से उन्हे चोटे तो मामूली ही आई लेकिन उनके कपड़े पूरी तरह से कीचड़ मे सन गए। 6 घंटे के अन्दर किचड़ मे फिसल कर गिरे 41 लोगो की मदद के लिए स्थानीय लोग मुस्तैद थे लेकिन एक के बाद एक गिर रहे लोगो को गिरने से बचाने का विकल्प स्थानीय लोगो के पास नही था लगातार हो रहे हादसो के बाद स्थानीय लोगो ने सेतु निगम के ठेकेदारो से सम्पर्क कर उनसे किचड़ युक्त सड़क पर हो रहे हादसो के सम्बन्ध मे बताया तो पुल निर्माण मे इस्तेमाल किया जाने वाला हरे रंग का कपड़े नुमा जाल को मज़दूरो की मदद से सड़क पर बिछवा दिया गया जिससे लोगो के कीचड़ मे फिसल कर गिरने का सिलसिला तो थम गया लेकिन राहगीरो को कुछ ज़्यादा राहत नही मिली। यही हाल बुलाकी अडडा से लेकर हैदरगंज के बीच की सड़क का है यहंा इस सड़क पर गहरे गढ्ढे तो है ही साथ ही पूरी की पूरी सड़क पर कीचड़ फैला हुआ है कीचड़ के बीच से राहगीर न तो सुरक्षित पैदल ही निकल पा रहे है और न ही दो पहिया वाहन ही आसानी से चल पा रहे है हालाकि इस बीच कुछ मज़दूर निर्माण के काम मे जुटे है लेकिन पुल निर्माण करा रहे अधिकारियों को राहगीरो की मुसीबत नज़र नही आ रही है।