लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार किसी न किसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस व भाजपा पर हमला बोलती रहती हैं। ऐसे में एक बार फिर मायावती ने कोटा अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कांग्रेस की नेता यूपी में तो आए दिन घड़ियालू आंसू बहाने आ जाती हैं, लेकिन वह शुक्रवार को अपने निजी कार्यक्रम के दौरान राजस्थान गईं, उन्होंने अपना थोड़ा भी समय कोटा में उन बच्चों की मांओं के आंसू पोछने के लिए देना उचित नहीं समझा। बीएसपी किसी भी मामले में कांग्रेस, बीजेपी व अन्य पार्टियों की तरह अपना दोहरा मापदण्ड अपनाकर घटिया राजनीति नहीं करती है। जिसके कारण ही आज पूरे देश में हर तरफ किसी ना किसी मामले को लेकर हिंसा, तनाव व अशान्ति आदि व्याप्त है। मायावती ने वहीं दूसरे ट्वीट में लिखा कि-बीएसपी किसी भी मामले में कांग्रेस, बीजेपी व अन्य पार्टियों की तरह अपना दोहरा मापदंड अपनाकर घटिया राजनीति नहीं करती है। जिसके कारण ही आज पूरे देश में हर तरफ किसी ना किसी मामले को लेकर हिंसा, तनाव व अशांति फैली हुई है। लेकिन ऐसे माहौल में भी अन्य पार्टियों की तरह कांग्रेस पार्टी भी अपने आपको बदलने को तैयार नहीं है, जिसका ताजा उदाहरण कांग्रेसी शासित राजस्थान के कोटा अस्पताल में वहां सरकारी लापरवाही के कारण बड़ी संख्या में मासूम बच्चों की मौत का मामला सामने आया है।
लेकिन ऐसे माहौल में भी अन्य पार्टियों की तरह कांग्रेस पार्टी भी अपने आपको बदलने को तैयार नहीं है, जिसका ताजा उदाहरण कांग्रेसी शासित राजस्थान के कोटा अस्पताल में वहाँ सरकारी लापरवाही के कारण बड़ी संख्या में मासूम बच्चों की हुई मौत का मामला है। अर्थात् इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि राजस्थान में कल वह अपने निजी कार्यक्रम के दौरान अपना थोड़ा भी समय कोटा में उन बच्चों की मांओं के आंसू पोछने के लिए देना उचित नहीं समझती है, जबकि वह भी एक मां है जो यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण है। यूपी के कन्नौज में कलरात बस व ट्रक की भीषण भिड़न्त में 20 से अधिक यात्रियों की मौत अेित-दुखद। सरकार पीड़ित परिवार वालों की तुरन्त समुचित सहायता करे व घायलों को बेहतर इलाज की व्यव्स्था करे। जानकारी के मुताबिक मायावती ने इससे पहले यूपी के कन्नौज में कल रात बस और ट्रक की भीषण भिड़ंत में 20 से अधिक यात्रियों की मौत पर भी दुख जताया उन्होंने लिखा कि यह अति-दुखद है। सरकार पीड़ित परिवार वालों की तत्काल समुचित सहायता दे व घायलों को बेहतर इलाज की व्यव्स्था करे।
