अधिवक्ता की पीट पीट कर हत्या, नाराज़ वकीलो ने घेरी सड़क 20 लाख मुआवज़े की मांग

अधिवक्ता की पीट पीट कर हत्या, नाराज़ वकीलो ने घेरी सड़क 20 लाख मुआवज़े की मांग

मृतक के भाई ने पुलिस पर लगाए गम्भीर आरोप कहा नशे के कारेबार के विरोध पर हुई भाई की हत्या


लखनऊ।  कृष्णा नगर के दामोदर नगर मे एक 32 वर्षीय अधिवक्ता की कुछ लोगो के द्वारा लाठी डंडो से पीट पीट कर निर्मम हत्या कर दी गई । दामोदर नगर मे हुई अधिवक्ता की हत्या की सनसनी खेज़ घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुॅची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अधिवक्ता की हत्या की सूचना के बाद क्षेत्र मे सनसनी फैल गई पुलिस ने अधिवक्ता की हत्या के मामले मेएक व्यक्ति को हिरासत मे भी ले लिया है। अधिवक्ता की हत्या से नाराज़ सैकड़ो अधिवक्ताओ ने कृष्णा नगर पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाते हुए अभियुक्तो की गिरफ्तारी जल्द न होने पर आन्दोलन की चेतावनी देते हुए मृतक के परिवार को 20 लाख रूपए का मुआवज़ा और परिवार को सुरक्षा दिए जाने की मांग की है लखनऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने आन्दोलन की घोषणा करते हुए कहा है कि मृतक के परिवार को सुरक्षा देना पुलिस की नैतिक ज़िम्मेदारी है उन्होने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कुछ दिन पूर्व मृतक से हुई मारपीट के मामले मे पुलिस ने कुछ लोगो को गिरफ्तार कर थाने से ही छोड़ दिया था। मृतक अधिवक्ता के भाई ने कृष्णा नगर पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसका भाई नशे के कारोबार का विरोध करता था और पुलिस नशे का कारोबार करने वाली की मदद करती थी जिसके नतीजे मे उसके भाई की हत्या हुई है। शव के पोस्टमार्टम के बाद मृतक अधिवक्ता के साथी अधिवक्ता शव पोस्टम्मार्टम हाउस से लेकर चले और हाई कोर्ट चैराहे के पास सड़क जाम कर प्रदर्शन किया । सूचना के बाद पुलिस के आला अधिकारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुॅचे और पूरे मामले की जाॅच शुरू कर दी।
जानकारी के अनुसार कृष्णा नगर के स्नेह नगर मे रहने वाले 32 वर्षीय अधिवक्ता शिशिर त्रिपाठी सिविल कोर्ट मे वकालत करते थे । शिशिर त्रिपाठी की मंगलवार देर रात कृष्णा नगर के दामोदर नगर मे कुछ लोगो द्वारा लाठी डंडंडो और ईन्ट पत्थर से पीट पीट कर हत्या कर दी गई। शिशिर की हत्या की सूचना के बाद पूरे क्षेत्र मे सनसनी फैल गई सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुॅची और शिशिर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा पुलिस ने हत्या के मामले मे एक व्यक्ति को हिरासत मे भी लिया है। मृतक शिशिर त्रिपाठी के भाई शरद त्रिपाठी का कहना है कि स्नेह नगर वीआईपी रोड पर मोनू तिवारी द्वारा गांजे का व्यापार लगभग तीन साल से पुलिस की मिली भगत से किया जा रहा था । शरद का कहना है कि उनका भाई शिशिर त्रिपाठी जागरूक अधिवक्ता होने के साथ सामाजिक सोच रखता था शिशिर हमेशा नशे के कारोबार का विरोध करता था शरद के अनुसार गांजे का कारोबार बन्द कराने के लिए उसके भाई शिशिर ने वरिष्ठ अधिकारियो से शिकायत की थी जिसकी वजह से करीब 15 दिनो से नशे का कारोबार बन्द चल रहा था । शरद ने आरोप लगाया है कि नशे का कारोबार बन्द कराने से नाराज़ होकर ही मोनू ने कल रात उसके भाई को बुला कर अपने कुछ साथियो के साथ मिल कर पीट पीट कर उसकी हत्या कर दी । शिशिर त्रिपाठी के शव को साथी अधिवक्ताओ ने हाई कोर्ट चैराहे के पास सड़क पर रख कर पुलिस के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। लखनऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जीएन शुक्ला चच्चू ने इन्स्पेक्टर कृष्णा नगर पर आरोप लगाते हुए कहा कि मृतक से कुछ दिन पहले मारपीट हुई थी शिशिर की शिकायत पर पुलिस ने कुछ लोगो को पकड़ा था लेकिन थाने से ही छोड़ दिया गया जिसके नतीजे मे शिशिर की हत्या कर दी गई। श्री चच्चू ने शिशिर त्रिपाठी के परिवार को 20 लाख का मुआवज़ा और परिवार को सुरक्षा दिए जाने की मांग की है। एसएसपी के पीआरो का कहना है कि एक मुलज़िम को गिरफ्तार कर लिया गया है अन्य की तलाश की जा रही है उन्होने बताया कि पूरे मामले की जाॅच की जा रही है।

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