लखनऊ। विधान सभा से पहले समाजवादी पार्टी के कार्यालय में सपा अध्यक्ष ने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई। बैठक के तुरन्त बाद अखिलेश यादव ने साईकिल रैली को हरी झंडी दिखा कर सभी विधायक और मंत्रियों को रवाना किया। सपा कार्यालय से विधान सभा तक सभी विधायक और मंत्री साईकिल से पहुंचे। बता दें कि इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि एनपीआर पर भाजपा धर्म के आधार पर लोगों को नागरिकता देना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि मुसलमानों को नागरिकता ना मिले। वह तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। जिनके लिए यह सीएए लाया गया क्या वो आसाम और पूर्वोत्तर के लोग इस कानून से खुश हैं, आधार में क्या ऐसा डाटा है जो मौजूद नहीं है, जो एनपीआर लाना चहते हैं। समाजवादी पार्टी शुरू से ही सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध करती रही है और आगे भी करती रहेगी। यादव ने कहा कि बाजपा ने भारत की अर्थव्यवस्था का नाश कर दिया है। बैंकिग सिस्टम डुबा दिया, अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए वह ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने बहुमत की ताकत से लोकतंत्र को कुचल रही है। भगवा पर पता नहीं कहां पर खलबली मची है, वह किसी का अधिकार थोड़ी है, केवल रंग बदलने के लिए, भगवा में ऐसा क्या है। पीताम्बर रंग हम भी धारण करते हैं। भाजपा भारत का प्रतीक भगवा करना चाहती है, लेकिन देश का रंग तिरंगा है तिरंगा ही रहेगा। जाति के आधार पर जनगणना होनी चाहिए, ताकि आबादी के आधार पर सबको अधिकार मिले। वहीं मीडिया द्वारा पूछे गए कि विधान सभा तक विधायकों को साइकिल से क्यों भेजे के सवाल पर उन्होंने कहा कि विधायक खुद जाना चाहते थे साइकिल से क्योंकि आगे भी साइकिल चलेगी। अखिलेश ने कहा कि साल का अंत हो गया है। नए साल में भाजपा अपने पापों की माफी मांगे नहीं तो जनता सजा देगी। पूरे यूपी की जनता जानती है कि कानून व्यवस्था इनके हाथ में नहीं हैं। निवेश नहीं आ रहा है इसलिए एनपीआर आ रहा है निवेश नहीं आया इसलिए एनआरसी आ रहा है। हमारे देश की पहचान खराब हो रही है, देश की बदनामी हो रही है कोई ग्लोबल निवेश नहीं आएगा। अध्यक्ष यहीं नहीं रुके उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज जरूरत है नौजवानों को नौकरी मिले, रोजगार मिले क्या एनपीआर लग जाने से नौजवानों को नौकरी मिल जाएगी। जहां नौजवानों को नौकरी देनी चाहिए आप एनपीआर दे रहे हैं। प्रदेश भर में धारा 144 बार-बार लगाने से क्या नौकरी मिल जाएगी।
