मुम्बई। शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार ने आज महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। विश्वास मत के दौरान सरकार के पक्ष में 169 वोट पड़े जबकि भाजपा के वाक आउट के बाद विपक्ष में एक मत भी नहीं पड़ सका। विश्वास मत के दौरान भाजपा ने किया हंगामा हंगामे के बीच पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र ने कहा विधानसभा सत्र का आयोजन नियमानुसार नहीं । उन्होने कहा कि महाराष्ट्र विधान सभा सत्र का आयोजन संवैधानिक मानदंडों के तहत नहीं है। कार्यवाहक विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वाल्से पाटिल ने फडणवीस के दावों को खारिज करते हुए कहा राज्यपाल की अनुमति के बाद सत्र का आयोजन किया गया।
फडणवीस ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के मंत्रियों का शपथ ग्रहण करना संवैधानिक मानदंडों के अनुरूप नहीं था। उन्होंने कहा कि भारत में कार्यवाहक अध्यक्ष को कभी नहीं बदला गया तो भाजपा के कोलम्बकर को पद से क्यों हटाया गया। विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष ;प्रोटेम स्पीकर दिलीप वाल्से पाटिल ने सदन को बताया कि कुल 169 विधायकों ने विश्वासमत के समर्थन में वोट किया। उन्होंने बताया कि चार विधायकों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। प्रस्ताव के खिलाफ किसी ने वोट नहीं किया क्योंकि 288 सदस्यीय विधानसभा में विधायकों की गिनती शुरू होने से पहले ही भाजपा के सभी 105 विधायक वाकआउट कर गये। आपको बता दे कि महाराष्ट्र मे करीब एक महीने तक चली राजनितिक उथल पुथल के बाद शिव सेना के नेतृत्व मे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और काग्रेस पार्टी के समर्थन मे गठबन्ध की सरकार बनी है ये पहला मौका है जब शिव सेना का मुख्यमंत्री प्रदेश मे बना है। कामन मिनिमम प्रोग्राम के तहत महाराष्ट्र मे बनी गठबन्ध की सरकार को पाॅच सालो तक चलाने की शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर ज़िम्मेदारी है।
