एसएसपी ने लिया पुराने लखनऊ की सुरक्षा का जाएज़ा किया पैदल रूट मार्च
लखनऊ। शिया समुदाय के अकीदे के तहत रबि उल अव्वल माह की 17 तारीख यानि शुक्रवार की दोपहर ऐतिहासिक बड़े इमाम बाड़े के अन्दर शिया समुदाय की तरफ से जुलूसे मदहे सहाबा निकाला गया । तंज़ीम-ए-मिल्लत की ज़ेरे निगरानी इमाम बाड़े के अन्दर निकाले गए जुलूस का नेतृत्व शिया पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना मिर्ज़ा यासूब अब्बास कर रहे थे। शिया समुदाय द्वारा जुमे की नमाज़ के बाद बड़े इमाम बाड़े के अन्दर मिलाद का आयोजन किया गया । मिलाद के बाद तंजीम-ए-मिल्लत के बैनर तले जुसूल निकाला गया । क्यूकि इस जुलूस को सड़क पर निकालने की अनुमति प्रशासन की तरफ से नही है इस लिए जुलूस को बड़े इमाम बाड़े से बाहर नही निकलने दिया गया। बड़े इमाम बाड़े के गेट पर पुलिस ने ताला लगा दिया था । सीओ चाौक दुर्गा प्रसाद तिवारी इन्स्पेक्टर चाौक पंकज कुमार सिंह इन्स्पेक्टर ठाकुरगंज नीरज ओझा इन्स्पेक्टर वज़ीरगंज दीपक दूबे इन्स्पेक्टर विकास नगर धीरेन्द्र कुमार कुशवाहा एसीएम 2 अजय कुमार राय व पीएसी व आरएएफ के जवानो के साथ इमाम बाड़े के गेट पर पूरी मुसतैदी के साथ डटे रहे और इमाम बाड़े से बाहर निकल कर शाहनज़फ तक जुलूस ले जाने की ज़िद पर अड़े जुलूस मे शामिल लोगो को इमाम बाड़े से बाहर नही निकलने दिया। आपको बता दे कि वर्ष 1999 मे शिया सुन्नी और प्रशासन के बीच हुए समझौते मे शिया समुदाय को 9 और सुन्नी समुदाय को एक जुलूस निकालने की इजाज़त दी गई थी । शिया समुदाय द्वारा लगातार जुलूसे मदहे सहाबा निकाले जाने की मांग को प्रशासन ने अभी तक नही माना है। इमाम बाड़े के अन्दर से शाहनजफ तक जाने की ज़िद पर अड़े जुलूस मे शामिल लोगो की माॅग थी कि या तो उनके जुलूस को शाहनजफ इमाम बाड़े तक जाने की इजाज़त दी जाए या फिर प्रशासन सांकेतिक तौर पर 14 लोगो की गिरफ्तारी करे । जुलूस निकालने और गिरफ्तारी देने की ज़िद पर अड़े लोगो को सीओ चाौक और एसीएम 2 ने समझाया कि शहर मे धरा 144 लागू है ऐसे मे किसी भी तरह का न तो जुलूस निकाला जा सकता है और न ही सांकेतिक गिरफ्तारियां ही हो सकती है । तंज़ीम-ए-मिल्लत के प्रिन्स इकबाल मिर्ज़ा और मौलाना यासूब अब्बास ने एसीएम 2 को ज्ञापन सौंप दिया। जुलूस से पहले एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पुलिस अधिकारियो और पुलिस फोर्स के साथ पैदल रूट मार्च किया। एसएसपी के साथ एएसपी पश्चिम सीओ चाौक के अलावा इन्स्पेक्टर चाौक इन्स्पेक्टर ठाकुरगंज व पुलिस फोर्स मौजूद रही। एसएसपी का काफिला बड़े ईमाम बाड़े से लेकर छोटे ईमाम बाड़े की तरफ गया इसके अलावा एसएसपी पैदल रूट मार्च करते हुए अकबरी गेट टीले वाली मस्जिद के अलावा खदरा भी गए। बाबरी मस्जिद और राम जन्म भूमि मसले पर माननीय उच्चतम न्यायलय द्वारा दिए गए फैसले के बाद आज पहला शुक्रवार था शुक्रवार के दिन मुस्लिम समुदाय द्वारा मस्जिदो मे जुमे की नमाज़ अदा की जाती है बताया जा रहा है कि एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा आज पुराने लखनऊ सुरक्षा के मददे नज़र रूट मार्च किा गया था।