ग्वालियर। महाराष्ट्र मे भारतीय जनता पार्टी द्वारा सरकार बनाए जाने से इन्कार के बाद जहा रानितिक उठापटक तेज़ हो गई है वही राज्य राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ता नज़र आ रहा है। महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए राकांपा तथा कांग्रेस द्वारा शिवसेना को समर्थन देने पर चल रही बातचीत के बीच कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के इस सरकार में शामिल होने के बारे में कोई टिप्पणी करने से सोमवार को इनकार किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता के लिए इस समय वहां एक सरकार का बनना बहुत जरूरी है।
श्री सिंधिया महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए गठित कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष थे। मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में शामिल होगी इस पर सिंधिया ने यहां मीडिया से कहा कि फिलहाल बातचीत चल रही है, जिसे किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जरूरी है लेकिन मैं इस मुद्दे पर इस समय कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जनमत शिवसेना और भाजपा की गठबंधन सरकार के लिए आया था लेकिन अब वहां विचित्र स्थिति बन गई है।
श्री सिंधिया ने कहा कि इस समय वहां एक सरकार का बनना बहुत जरूरी है। महाराष्ट्र की जनता को सरकार मिलनी चाहिए जिससे वहां कामकाज हो सके। राम जन्मभूमि पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बारे में सिंधिया ने कहा देश में अमन.चैन है और शीर्ष अदालत ने जो निर्णय दिया है उसका सभी को सम्मान करना चाहिए। इसके साथ अब देश के दूसरे अहम मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए जिससे देश में विकास और प्रगति हो।
