लखनऊ। दारूल उलूम फरंगी महल के अन्र्तगत अल्लामा अब्दुर्रशीद फरंगी महली हाल में माह-ए-रबी उल अव्वल की मुनासिबत से दसवें जलसे सीरतुन्नबी (सल्ल0) व सरीत-ए-सहाबा रजि0 और तहफ्फुज-ए-शरीअत’’ का आयोजन किया गया। जलसे को खिताब करते हुए इमाम ईदगाह व काजी शहर लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली नाजिम दारूल उलूम फरंगी महल ने कहा कि रसूल पाक सल्ल0 की सीरत का सबसे रौशन विषय रहमत व अमन है। आप सल्ल0 को खुदा पाक ने पूरी दुनिया के लिए रहमत बनाकर भेजा। आप सल्ल0 को खुदा पाक ने चाहे वह इंसान हों या हैवान सब पर आप सल्ल0 की रहमत व शफकत आम थी। मौलाना फरंगी महली ने कहा कि रसूल पाक सल्ल0 रहमत व शफकत, मुहब्बत व करम करने में सारे इंसानों के इमाम थे। आप सल्ल0 इंसानों के दुख दर्द और परेशानियों को न केवल गहराई से समझते थे बल्कि उनके गमों और दुखों में शरीक भी होते थे। रसूल पाक सल्ल0 ने फरमयाः‘‘ जो दूसरों पर रहम और मेहरबानी नही करता वह खुद रहमत से महरूम रहेगा।’’ आप सल्ल0 का फरमान है: ‘‘आसानी पैदा करना सख्ती न करना, खुशखबरी देना और नफरत न फैलाना।’’ रसूल पाक सल्ल0 ने जानवरों को खिलाने पिलाने की हिदायत दी। उनको परेशान करने और उनकी ताकत से अधिक बोझ लादने से मना ही नही फरमाया बल्कि जानवरों की तकलीफ दूर करने और उनको आराम पहंुचाने को सवाब का काम बताया है। मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि रसूल पाक सल्ल0 ने इंसानों का एहतिराम करने के लिए फरमाया कि मखलूक सब खुदा पाक का कुटुम्भ है और खुदा पाक को अपने बन्दों में सबसे ज्यादा पसन्दीदा वह है जो असके कुम्बे के साथ अच्छा व्यवहार करे। आप सल्ल0 ने खुदा पाक की रहमत हासिल करने के लिए खुदा पाक के बन्दों पर रहमत व शफकत को शर्त बताया है। आप का फरमान हैः ‘‘रहम करने वालों पर रहमान की रहमत होती है अगर तुम जमीन वालों पर रहम करोगे तो वह जो आसमान वाला है तुम पर रहमत नाजिल करेगा। मौलाना ने तमाम मुसलमानों पर जोर दिया कि वह अपनी जिन्दगियों में सीरत पाक सल्ल0 अपनाने की भरपूर कोशिश करें ताकि दुनिया व आखिरत में कामयाब हों।मौलाना फरंगी महली ने कहा कि आज उलमा मीलाद की महफिलों और सीरत के जलसों में इस्लाम के पैगाम़े अमन व रहमत को खूब फैलायें। अमन व सलामती, रहमत व शफकत के लिए तरस्ती दुनिया को इस दौर में नबी पाक सल्ल0 के पयामे रहमत व अमन की आज बहुत जरूरत है। इस अवसर पर तमाम अध्यापक मौलाना अतीकुर्रहमान, मौलाना अब्दुर्रब, मौलाना अब्दुल लतीफ, मौलाना मो0 रिजवान, कारी हारून, कारी तनवीर आलम, मौलाना अब्दुल मुगीस, कारी मुहम्मद अनस, कारी मो0 शमीम, कारी मो0 इरशाद और विधार्थी उपस्थित थे।
