लखनऊ। शहर की भोली भालि जनता को ठगने वाले जालसाज़ो के खिलाफ एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा शुरू किए गए आपरेशन 420 मे लगभग रोज़ ही कोई न कोई जालसाज़ फस रहा है। आपरेशन 420 की ज़द मे आज बन्थरा पुलिस के जाल मे एक ऐसा जालसाज़ भू-माफिया फस गया जिसने 65 वर्षीय बीमार बुजुर्ग किसान की बेश कीमती ज़मीन कूट रचित दस्तावेज़ो और फर्ज़ी गवाह के दम पर अपने नाम करा ली थी। बीमार वृद्ध किसान की जमीन जालसाज़ी कर हड़पने वाले जालसाज़ भू-माफिया कटी बगिया बन्थरा के रहने वाले रामलखन को बन्थरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। राम लखन पर आरोप है कि इसने ग्राम बेती मिर्ज़ापुर के रहने वाले रामरतन के पिता भरोसे के नाम से खसरा सख्ंया 53.57. 1210स. 1225. 1293 मे कुल 0.53.10 हेक्टेयर जमीन जिस पर धान लगा हुआ है उसे बिजनौर सरोजनी नगर के रहने वाले भाईलाल के साथ मिल कर गाॅव के दिनेश कुमार और भरत लाल को गवाह बना कर फर्ज़ी दस्तावेज़ो के माध्यम से अपने नाम करा लिया है। राम रतन को उनकी ज़मीन चली जाने की जानकारी तब हुई जब उन्होने व्यक्तिगंत कारणों से पिछले महीने की 29 तारीख को अपनी ज़मीन का इन्तखाब निकलवाया था। रामरतन के पूरे परिवार के भरण पोषण का एक मात्र सहारा ज़मीन को किसी दूसरे के नाम देख कर जब वो भाईलाल के पास पहुॅचे तो दबंग भू-माफिया भाईलाल ने रामरतन को न सिर्फ धमकाया बल्कि जमीन की तरफ न जा जाने की हिदायत देकर भगा दिया। रामरतन ने बन्थरा थाने पहुॅच कर पुलिस को पूरा माजरा बताया तो पुलिस ने पड़ताल के बाद रामरतन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया । मुकदमा दर्ज करने के बाद बन्थरा पुलिस हरकत मे आई और आज किसान की ज़मीन हड़प करने वाले भू-माफिया रालखन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए रामलखन ने अपने साथी भाईलाल के साथ मिल कर किसान रामरतन के पिता भरोसे की ज़मीन हड़पी थी । पुलिस के अनुसार शातिर जालसाज़ और भू-माफिया ने पहले पता कराया कि किस गाॅव मे वृद्ध किसान के नाम पर ज़मीन है इन जालसाज़ो को पता चला की 65 वर्षीय वृद्ध किसान भरोसे के नाम ज़मीन है जिनके चार बेटे है और भरोसे का पूरा परिवार इसी ज़मीन पर निर्भर है। कमज़ोर किसान की ज़मीन को हड़पने के लिए भाईलाल और रामलखन ने साज़िश रची और गाॅव के ही दिनेश को पेश करके 6 दिसम्बर 2021 को रजिस्ट्री उसने अपने नाम फर्ज़ी दस्तावेज़ो के माध्यम से करा ली। जाॅच मे पता चला की रजिस्ट्री मे एक रूपए का भी भुगतान चेक से या नकद किसी को नही किया गया । रजिस्ट्री की मालियत 5 लाख 88 हज़ार दिखाई गई एंव विक्रय मूल्य 2 लाख रूपए दिखाया गया । जाॅच मे पता चला की ज़मीन का दाखिल खारिज भी करा लिया गया लेकिन ज़मीन के असली मालिक को दाखिल खारिज से पहले कोई नोटिस भी नही गया था। जाॅच मे पाया गया कि रजिस्ट्री के बाद कोई भी इस ज़मीन को देखने या बाउन्ड्री कराने नही गया। पुलिस के अनुसार किसान की ज़मीन हड़पने वाले भू-माफियाओ का प्लान था कि जिस किसान की ज़मीन उन्होने फर्ज़ी दस्तावेज़ो व फर्ज़ी गवाह के माध्यम से हड़पी है उस बीमार किसान की मृत्यु के बाद उस ज़मीन पर कब्ज़ा लेंगे ताकि किसान की मृत्यु के बाद वास्तवविक किसान के पुत्र भू-माफियाओ के शडयंत्र को समझ न पाए लेकिन समय रहते किसान के पुत्र को भू-माफियाओ की साज़िश का पता चल गया और पुलिस ने भी पीड़ित की भरपूर मदद की जिससे भू-माफिया अपनी ज़ाज़िश मे पूरी तरह से कामयाब नही हो पाए और पुलिस के जाल मे एक भू-माफिया फंस गया। इसके अलावा वज़ीरगंज पुलिस ने सर्वशक्ति नगर बालागंज ठाकुरगंज के रहने वाले जालसाज़ शोएब सिददीकी और यही के रहने वाले सुहैल सिददीकी को गिरफ्तार किया है । इन दोनो पर आरोप है कि इन्होने अमृतसर पंजाब के रहने वाले धर्मजीत की काकोरी मे स्थित ज़मीन को योजना बद्ध तरीके से धर्मजीत बन कर कूट रचित दस्तावेज़ो के ज़रिए अपने करा लिया था। इस सम्बन्ध मे वज़ीरगंज कोतवाली मे दर्ज मुकदमे के आधार पर दोनो जालसाज़ो को गिरफ्तार कर लिया गया।
