आपरेशन 420 मे दो जालसाज़ गिरफ्तार फर्ज़ी दस्तावेज़ बरामद

आपरेशन 420 मे दो जालसाज़ गिरफ्तार फर्ज़ी दस्तावेज़ बरामद


लखनऊ। भोली भाली जनता को लुभावने सपने दिखा कर ठगी का शिकार बनाने वाले जालसाज़ो के विरूद्ध एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा चलाए गए आपरेशन 420 के अन्तर्गत लखनऊ पुलिस को लगातार कामयाबियां मिल रही है। आपरेशन 420 के अन्तर्गत हो रही जालसाज़ो की गिरफ्तारी के क्रम मे आज राजधानी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है । क्राईम ब्रान्च और गौतम पल्ली पुलिस ने दो ऐसे शातिर जालसाज़ गिरफ्तार किए है जो शासन मे बैठे बड़े अधिकारियो सांसद विधायको का अपने आपको करीबी बता कर उनके लेटर हेड फर्ज़ी तरीके से इस्तेमाल कर अधिकारियो को दबाव मे लेकर गैर कानूनी कार्य करके लोगोे से धन उगाही कर रहे थे । पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनो शातिर जालसाज़ो के पास से 6 मोबाईल फोन 5 सिम कार्ड उत्तर प्रदेश शासन के 3 फजीऱ् परिचय पत्र विज़ीटिंग कार्ड फर्ज़ी शैक्षिक प्रमाण पत्र स्थानान्तरण रूकवाने एंव करवाने के सम्बन्ध मे भेजे गए 23 आवेदन पत्र सासंद मंत्रीगण एंव उत्तर प्रदेश शासन के 9 सेट लेटर हेड 2 सादे स्टाम्प पेपर चेक बुक रसीदो के अलावा करीब तीन वर्ष पूर्व प्रतिबन्धित किए गए एक हज़ार और पाॅच सौ के नोट एक लाख 58 हज़ार रूपए बरामद किए है। आपरेशन 420 के अन्तर्गत क्राईम ब्रान्च और गौतम पल्ली पुलिस ने विकल्प खंण्ड 3 गोमती नगर के रहने वाले आलोक दूबे और विजयेन्द्र खण्ड गोमती नगर के रहने वाले दुर्गेश प्रताप सिंह उर्फ रूसू को गिरफ्तार किया है जब्कि इन दो जालसाजा़े के दो साथियों आज़मगढ़ निवासी संजय चतुर्वेदी आयोध्या निवासी संतोष तिवारी अभी फरार है। पुलिस ने इन दोनो शातिर जालसाज़ो को इसी महीने की 1 तारीख को की गई शिकायत पर दर्ज किए गए जालसाज़ी के मुकदमे के आधार पर गिरफ्तार किया है। शातिर जालसाज़ो की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने तकनीक का सहारा लिया और कैबिनेटगंज रेलवे क्रासिंग के पास से दोनो जालसाज़ो को गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनो जालसाज़ो को उत्तर प्रदेश शासन के अन्तर्गत आने वाले समस्त विभागो की अच्छी जानकारिया है जिसका लाभ उठा कर ये जालसाज़ सुनियोजित तरीके से जन प्रतिनिधि बन कर आर्थिक लाभ लेने के लिए सरकारी सीरीज़ के सीयूजी नम्बरो का इस्तेमाल कर अधिकारियो पर दबाव बना कर गैर कानूनी कार्य करवाते थे। एसएसपी के अनुसार शातिर जालसाज़ो ने सीयूजी नम्बरो से ही अपना व्हाटसएप एकाउन्ट बनाया था जिसमे डीपी के स्थान पर शासन से सम्बन्धित राजकीय चिन्हों का प्रयोग किया जा रहा था। यही नही ये शातिर जालसाज़ माननीय सांसदो मंत्रियों और बड़े अधिकारियो के फर्ज़ी लेटर हेड बना कर उसका भी गलत इस्तेमाल कर रहे थे। एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा चलाए गए आपरेशन 420 के अन्तर्गत अब तक हुई जालसाज़ो की गिरफ्तारी मे अगर देखा जाए तो ये दो गिरफ्तारिया ज़्यादा महत्वपूर्ण है क्यूकिं ये जालसाज़ ज़्यादा हाईटेक है इन जालसाज़ो की गिरफ्तारी के बाद इनके पास से बरामद चलन से बाहर हुए 1 हज़ार और 5 सौ के नोटो की बड़ी रकम भी तमाम सवाल उठा रही है सवाल ये कि नोट बन्दी के करीब तीन वर्ष बाद इन जालसाज़ो के पास पुराने नोट इतनी भारी मात्रा मे कहंा से आए और इन नोटो का ये जालसाज़ किस तरह का उपयोग कर रहे थे । पुलिस अब ये पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इन हाईटेक जालसाज़ो की ठगी का शिकार अब तक कितने लोग हो चुके है कही ऐसा तो नही कि इन जालसाज़ो ने फर्ज़ी दस्तावेज़ो के माध्यम से कुछ लोगो को सरकारी नौकरी भी दिलाई हो बाहरहाल पुलिस का ये गुड वर्क काबिले तारीफ है अब ये तो जाॅच मे ही पता चलेगा कि इन जालसाज़ो ने अब तक जालसाज़ी के कितने और कहा कहा गुल खिलाए है। हलाकि ये भी सवाल खड़े होना वाजिब है कि सांसद विधायक और मंत्रियो का अपने आपको जन प्रतिनिधि बता कर ठगी करने वाले इन जालसाज़ो मे इतनी हिम्मत कैसे आई कह ऐसा तो नही कि इन जालसाज़ो के सर पर किसी बड़ी हस्ती का हाथ हो कुछ भी मुमकिन है लेकिन साफ तौर पर जाॅच से पहले कुछ भी कहना शायद पूरी तरह से वाजिब नही होगा।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll Up