नई दिल्ली । भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने आतंकवाद के मुद्दे पर पूरी दुनिया का एक जुट होने का आवाहन किया है। श्री नायडु ने कहा कि आतंकवाद विकास शांति और उन्नति को प्रभावित करता है तथा मानसिक शांति को भी प्रभावित करता है । उपराष्ट्रपति ने कहा है कि हमें इस ओर ध्यान देना होगा और एकजुट होना होगा। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने शनिवार को दुनिया से आतंकवाद के मुद्दे पर एकजुट होने का आह्वान किया और कहा कि आतंकवाद को परश्रय देने वालों को अलग.थलग किया जाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र में भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के भाषणों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक भाषण ;प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शांति और उन्नति के बारे में था तो दूसरा ;पाकिस्तान का भाषण नफरत और हिंसा के बारे में था। वे यहां विश्व शांति शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होने कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान ही विश्व में सच्ची शांति एकता समरसता और स्थायित्व सुनिश्चित कर सकता है और संपूर्ण मानवता का कल्याण हो सकता है।
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम इस ओर ध्यान दें और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को जितनी जल्दी हो सके अलग थलग कर दिया जाए तभी शांति स्थापित हो सकती है। श्री नायडु ने कहा कि आतंकवाद विकास शांति और उन्नति को प्रभावित करता है तथा मानसिक शांति को भी प्रभावित करता है। उन्होंने कहा हमें इस ओर ध्यान देना होगा और एकजुट होना होगा। नायडु ने कहा आध्यात्मिकता द्वारा एकता शांति एवं समृद्धि यह विषय आज के विश्व के लिए अपार संभावनाऐं संजोये हुए है। इस विषय पर विश्व आपके विचार जानने को इच्छुक है। वर्तमान और भावी पीढ़ियां आध्यात्म और विकास के बीच संतुलन बनाने के लिए आपसे मार्गदर्शन की अपेक्षा करती हैं।
