अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविधालय के जवाहर लाल नेहरू मेडीकल काॅलेज चिकित्सालय में एक 60 वर्षीय महिला के हृदय से भयानक टयूमर को निकालकर उसे नया जीवन प्रदन किया गया है। हाथरस के मैडू क्षेत्र से सम्बन्ध रखने वाली हरि प्यारी के सीने में गंभीर पीढ़ा रहती थी तथा श्वंस लेने में उसे कठिनाई होती थी। कई चिकित्सकों को दिखाने के बाद परिवारी जन उन्हें जेएन मेडीकल कालेज लेकर आए जहाँ कार्डियोथोरासिक सर्जरी विभाग में उनकी सफल शल्य चिकित्सा की गई। कार्डियोथोरोसिक विभाग के अध्यक्ष डा. मोहम्मद आजम हसीन ने बताया कि शल्य चिकित्सा के दौरान 30 मिनट के लिये हृदय की ध्वनि रोक दी गई थी तथा कार्डियोपलमोनरी बाईपास मशीन की सहायता से हृदय की धड़कन का कार्य लिया गया। शल्य चिकित्सा करने वाले दल में डा. सुमित प्रताप सिंह तथा डा. एम गजनफर शामिल थे। उन्होंने बताया कि रोगी की छुट्टी कर दी गई है तथा उसे समय समय पर चिकित्सालय आने को कहा गया है। इस शल्य चिकित्सा की योजनाबंदी नामचीन कार्डियोथोरोसिक सर्जन तथा अमुवि के पूर्व सहकुलपति प्रो. एमएच बेग ने की। डा. हसीन ने बताया कि जेएन मेडीकल कालिज में गत दो वर्षों में हृदय के दो सौ से अधिक सफल शल्य चिकित्सा की गई हैं। उक्त शल्य चिकित्सा से पूर्व रोगी को एनेस्थीसिया डा. नदीम रजा ने दिया। जबकि डा. साबिर अली खान, डा. शेखर, डा. शब्बाह, डा. नोहा तथा डा. अहमद अम्मार क्लीनिकल दल में शामिल थे।