बंबई शेयर बाजार में पिछले पांच सत्रों की गिरावट पर मंगलवार को विराम लगा तथा सेंसेक्स 74 अंक के लाभ के साथ 32,996.76 अंक पर बंद हुआ। आईटी, दूरसंचार और वाहन कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी लौटी। इसके अलावा विदेशी कोषों के प्रवाह से भी बाजार धारणा को बल मिला।
निवेशकों की निगाह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नए चेयरमैन जेरोम पावेल की पहली बैठक पर है। यह बैठक मंगलवार को ही प्रस्तावित है। शेयर मार्केट का हाल बहुत कुछ इस बैठक पर भी निर्भर करेगा। आईटी और दूरसंचार कंपनियों के शेयरों के बल पर सेंसेक्स शुरुआती नुकसान से उबरकर लाभ के साथ बंद हुआ। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 33,000 अंक के स्तर को फिर पाने के बाद 33,102.74 अंक तक गया।
टीसीएस, विप्रो और इन्फोसिस के शेयरों की जोरदार मांग रही। अंत में सेंसेक्स 73.64 अंक या 0.22 प्रतिशत के लाभ से 32,996.76 अंक पर बंद हुआ। अमेरिका में ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना के बीच पिछले पांच दिनों में सेंसेक्स 994.82 अंक टूटा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 30.10 अंक या 0.30 प्रतिशत के लाभ से 10,124.35 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने 10,155.65 अंक का उच्चस्तर तथा 10,049.10 अंक का निचला स्तर भी छुआ। इस बीच शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुद्ध रूप से 292.23 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने191.52 करोड़ रुपये की बिकवाली की