शान्तीपूर्ण माहौल मे निकाला गया शाही मेंहदी का जुलूस
सीसीटीवी और ड्रोन कैमरो से हुई जुलूस की निगरानी
लखनऊ। सेहरा बांधे हुए मैदान में वो क़त्ल हुआ बियाह की हाय उसे रास न आई मेंहदी। हुसैनाबाद ट्रस्ट की ज़ेरे निगरानी हर वर्ष संातवी मोहर्रम को हज़रत क़ासिम अ0स0 की याद मे ऐतिहासक आसिफी इमाम बाड़े से निकाला जाने वाला शाही मेंहदी का जुलूस शाही शानो शौकत के साथ रिवायती अन्दाज़ मे शान्तीपूर्ण माहौल मे निकाला गया। आसिफी इमाम बाड़े से निकाले गए शाही मेंहदी के जुलूस से पहले मौलाना ज़हीर हसन खाॅ ने मजलिस पड़ी जिसमे उन्होने कर्बला का मंज़र बयान किया तो ग़म ज़दा अज़ादारो की आॅखे नम हो गई। मजलिस के बाद आसिफी इमाम बाड़े से जुलूस अपने रिवायती अन्दाज़ मे छोटे इमाम बाड़े के लिए रवाना हुआ। जुलूस को शान्तीपूर्ण माहौल मे सम्पन्न कराने के लिए ज़िलाधिकारी कौशल राज शर्मा और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त पहले ही किए थे। जुलूस के पूरे मार्ग को पुलिस छावनी मे तब्दील कर दिया गया था । चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान मुसतैदी से निगरानी कर रहे थे इसके अलावा सीसीटीवी कैमरा टीम और ड्रोन कैमरे से भी जुलूस की निगरानी की गई। जुलूस को शान्तीपूर्ण माहौल मे सम्पन्न कराने के लिए पुलिस ने जुलूस के मार्ग पर पड़ने वाले रास्तो पर बैरीकेटिंग करा दी थी । हुसैनाबाद ट्रस्ट ने इस जुलूस की शानो शौतक मे कोई कोर कसर नही छोड़ी थी । ट्रस्ट की तरफ से शाही मेहदी के जुलूस मे फाटक स्याह जुलूसे मेंहदी, शाही बाजा, रौशन चैकी सबील मय शरबत, हाथी मय निशाने नुकरा ताज शाही, शेरे दहा सूरज चाॅद, ऊॅट निशाने स्याह, ऊॅट मय सैफ हाय बिरजी, मातमी बैन्ड, अलम हज़रत अब्बास अ0स0, ताबूत मय छतरी, ज़ुलजना मोबाईल सबील आदि शाही सामानो को जुलूस मे शामिल किया गया था। हज़रत कासिम अ0स0 की याद मे निकलने वाले इस शाही मेंहदी के जुलूस के आगे नवाबीने अवध मीर जाफर अब्दुल्लाह , नवाब कायम रज़ा मूसवी नवाब मासूम रज़ा मातम करते हुए चल रहे थे। शाही मेंहदी के जुलूस मे शामिल पुलिस बैन्ड पर मातमी धुने बज रही थी जिन्हे सुन कर सोगवार अज़ादारों की आॅखो से आॅसू छलक रहे थे। शाही मेंहदी के जुलूस मे शहर भर के हज़ारो लोगो ने शिरकत कर ज़ुलजना, ताबूत अलम और मेहदी की ज़ियारत की। जुलूस मे शामिल औरते और बच्चे अपने हाथो मे परचम लेकर चल रहे थे । जूलूस मे हाथी और ऊॅटो को भी शामिल किया गया था। जुलूस से पहले नगर निगम के अधिकारियो ने जुलूस के मार्ग पर साफ सफाई का बेहतरीन बंदोबस्त किया था जुलूस के पूरे मार्ग पर बिजली की खास व्यवस्था भी की गई थी । हुसैनाबाद ट्रस्ट की तरफ से हर साल पहली मोहर्रम को शाही ज़रीह और सांतवी मोहर्रम को शाही मेंहदी का जुलूस रिवायती अन्दाज़ मे निकाला जाता है। जुलूस के दौरान जुलूस के पूरी रास्ते पर अज़ादारो द्वारा सबीलो का आयोजन भी किया गया था। जुलूस को शान्तीपूर्ण माहौल मे सकुशल सम्पन्न कराने के लिए डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी कलानिधि नैथानी खुद मौजूद रह कर सुरक्षा व्यवस्थाओ की निगरानी कर रहे थे और अपने मातहत अधिकारियो को हिदायते भी देते रहे। आपको बता दे कि वर्ष 1999 मे शिया सुन्नी और ज़िला प्रशासन के बीच हुए समझौते के तहत शिया समुदाय को नौ और सुन्नी समुदाय को एक जुलूस निकालने की इजाज़त सशर्त दी गई थी। मुहायदे के तहत दो जुलूस सम्पन्न हो चुके है तीसरा अलम फातेह फुरात का जुलूस रविवार की रात दरिया वाली मस्जिद से आसिफी इमामबाड़ा रूमी गेट के रास्ते से गुफरान माआब इमाम बाड़े तक निकाला जाएगा । चैथा जुलूस नौवी मोहर्रम को नाज़िम साहब के इमाम बाड़े से शबे आशूर का जुलूस दरगाह हज़रत अब्बास तक और पाॅचवा जुलूस यौमे आशूर यानि मंगलवार की सुबह नाज़िम साहब के इमाम बाड़े से कर्बला तालकटोरा तक निकाला जाएगा। इन सभी जुलूसो को शान्तीपूर्ण माहौल मे मुहायदे के तहत निकालवाने के लिए पुलिस के अफसरो ने पूरी व्यवस्था सुनिश्चित कर ली है।