नयी दिल्ली। लम्बे समय से बीमार चल रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली का आज दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स मे निधन हो गया वो 67 वर्श के थे। स्र्गीय अरूण जेटली को इसी महीने की 9 तारीख को एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स मे इलाज के दौरान आज यानि कि 24 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर उन्होने ने आखिरी सांस ली। स्वर्गीय को जेटली को सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी की शिकायत के बाद नौ अगस्त को एम्स लाया गया था। जेटली ने खराब स्वास्थ्य के चलते 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था।
स्गर्वीय जेटली भाजजपा के कददावर नेताओ मे से एक थे 2014 में भाजपा की सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें वित्त मंत्री का पदभार दिया था स्वर्गीय जेटली ने वित्त मत्रालय के अलावा कुछ समय तक उन्होंने रक्षा और सूचना और प्रसारण मंत्रालय भी संभाला था । स्वर्गीय अरुण जेटली अटल बिहारी वाजपेयी सरकार मे भी कैबिनेट मंत्री बने थे। इसके बाद वह राज्यसभा में साल 2009 में नेता विपक्ष भी बने। गत वर्ष 14 मई को उनके गुर्दे का प्रतिरोपण हुआ था उस समय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने उनके वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। गत वर्ष अप्रैल से ही उन्होंने अपने कार्यालय आना बंद कर दिया था बीमारी को मात देकर 23 अगस्त 2021 को उन्होंने दोबारा वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला था मधुमेह की बीमारी के चलते वजन बढ़ने के कारण सितम्बर 2014 मंन उनकी बेरिएट्रिक सर्जरी भी हुई थी। उनके निधन के बाद पूरे देश मे शोक की लहर दौड़ गई है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह ने भी उनके निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। उनके निधन की खबर के बाद पार्टी के कार्यकर्ता दुखी हुए। स्वर्गीय अरूण जेटली के बारे मे कहा जाता था कि वो एक अच्छे नेता के अलावा अच्छे इन्सान भी थे उनहे सरकार मे जो भी ज़िम्मेदारी दी गई उस ज़िम्मेदारी को उन्होने बखूबी निभाया