लखनऊA दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल के अन्र्तगत हर साल की तरह इस साल भी इ्र्रद-उल-अज़हा हेल्प लाइन की शुरूआत की गयी है। इस हेल्प लाइन से लोग फोन और वेब साइट के जरिए 3 अगस्त 2019 से 15 अगस्त 2019 तक दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक कुर्बानी हज व उमरा और अन्य समस्याओं से सम्बंधित सवालात मालूम कर सकते हैं। जिनके जवाबात इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली नाजिम दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल की अध्यक्षता में उलमाक्राम का एक पैनल देता है। लोग अपने सवालात इन नम्बरों 9415023970 9335929670 9415102947 9580112032, और वेब साइट www.farangimahal.in पर मालूम कर सकते है। आज पूछे गए सवालों में से कुछ निम्नलिखित हैं
सवाल: 1 किसी व्यक्ति ने कुर्बानी करने की मन्नत मानी और वह काम भी पूरा हो गया तो क्या उस पर कुर्बानी वाजिब हो गयी? मु0 मुस्तकीम, दोबग्गा
जवाब: 1 जी हाँ! वाजिब हो गयी।
सवाल: 2 कुर्बानी के जानवर की सींग टूट गयी है तो उस पर कुर्बानी हो सकती है? नसीब उल्लाह, बलरामपुर
जवाब: 2 अगर एक तिहाई से कम टूटी हुई है तो कुर्बानी हो जायेगी।
सवाल: 3 अगर कोई व्यक्ति लापरवाही और गफलत की वजह से कुर्बानी न कर सका तो अब वह किया करे? मुहम्मद हस्सान, लालबाग
जवाब: 3 कुर्बानी के हिसाब के बराबर कीमत गरीब को देना वाजिब है।
सवाल: 4 जो आदमी हज करने मक्का शरीफ गया है वो अपनी कुर्बानी कहां करेगा? मुहम्मद तलहा सिद्दीक़ी, चैक, लखनऊ
जवाब: 4 जो आदमी हज करने गया है वो अपनी कुर्बानी मक्का शरीफ में करेगा।
सवाल: 5 क्या कुर्बानी के हिस्से में अक़ीक़ा भी किया जा सकता है? मुहम्मद अली, डालीगंज
जवाब: 5 बड़े जानवर में सात हिस्से होते हैं अगर कोई इसमें अकीके का हिस्सा लेता है तो सही है।