लखनऊ। उन्नाव मामले की पीड़िता और अधिवक्ता का केजीएमयू ट्रामा सेंटर के आईसीयू में रविवार से इलाज चल रहा है लगातार केजीएमयू प्रशासन द्वारा बताया जा रहा है कि दोनों मरीजों की हालत गम्भीर है हादसे मे घायल पीड़िता और उसके वकील की हालत नाज़ुक होने की वजह से उन्हे वेंटीलेटर पर रखा गया है। मेडिकल कालेज के ट्रामा सेन्टर मे भर्ती पीडिता और उसके अधिवक्ता का हाल जानने आज दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पहुॅची और उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लड़की की हालत अभी भी नाजुक स्थित में है इस लिए उसके बेहतरी इलाज के लिए उससे दिल्ली भेजा जाए उन्होने कहा कि उन्नाव पीड़िता और उसकेवकील को एयर लिफ्ट करके दिल्ली के अस्पताल पहुॅचाया जाना चाहिए उन्होने उन्नाव रेप मामले मे शुरू से लेकर अब तक दागी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के पक्ष मे खड़ी नज़र आई प्रदेश सरकार पर कड़े शब्द प्रहार किए। उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने यूपी सरकार से पूछा है कि एयरलिफ्ट क्यों नहीं कराया जा सकता है। जिसके बाद ही आज भाजपा ने दबाव में आकर विधायक को निकाला है उसकी विधायकी भी जानी चाहिए। जिसमें कहा जा रहा है इसका क्रेडिट देश की जनता को जाता है भाजपा को नहीं उन्होने कहा कि कुलदीप सिंह सेंगर विधायक बने हुए हैं, हमें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है पीड़िता को न्याय मिलेगा। उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के बयानों में अंतर दिखाई दिया है। उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष का कहना है कि कल से पीड़िता व अधिवक्ता को वेंटीलेटर से हटाया गया है। वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष का कहना कि दोनों की हालत पहले जैसी ही वेंटिलेटर पर है। दोनो के बयानों में बड़ा मतभेद नजर आया है केजीएमयू के ट्रामा प्रभारी का भी यही कहना कि दोनों की हालत पहले जैसी ही बनी हुई है और उन दोनों को वेंटीलेटर पर ही रखा हुआ है। इस बीच देश की सर्वोच्च अदालत ने उन्नाव रेप मामले मे राज्य कसरकार को कई महत्वपूर्ण आदेश भी दिए है। लखनऊ के ट्रामा सेन्टर भर्ती ब्लात्कार पीड़िता को देखने के लिए लोगो के ट्रामा पहुॅचने का तांता लगा हुआ है मीडिया के कैमरे भी ट्रामा सेन्टर के मुख्य द्वार पर मुस्तैदी से लगे हुए है पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से अपनी डियूटी को अन्जाम दे रहा है तो मीडिया भी इस केस से जुड़े प्रत्येक पहलु पर अपनी पैनी नज़र बनाए हुए है। कुल मिला कर उन्नाव रेप काण्ड ने विपक्षीय दलो को सरकार को घेरने का मौका दे दिया है।
