फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को फ्रांस पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया। उनसे 2007 के चुनाव प्रचार के दौरान लीबिया के शासक मुअम्मर गद्दाफी से कथित तौर पर नोटों से भरे सूटकेस मिलने के आरोपों को लेकर पूछताछ की गई।
पूछताछ से करीबी तौर पर जुड़े सूत्र ने बताया कि सरकोजी को मंगलवार सुबह हिरासत में लिया गया। भ्रष्टाचार, धनशोधन और कर चोरी की जांच के विशेषज्ञ उनसे पेरिस के उपनगरीय शहर नानतेरे स्थित उनके कार्यालय में पूछताछ कर रहे हैं। सरकोजी हाल-फिलहाल तक इस मामले में पूछताछ संबंधी सम्मन का जवाब देने से इनकार करते करते रहे थे।
सूत्र ने बताया कि सरकोजी के राष्ट्रपति रहने के दौरान मंत्री रहे ब्रिस होर्तफीक्स से भी जांच के तहत मंगलवार को पूछताछ की गई। गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में फ्रांसीसी मूल के लीबियाई कारोबारी जैद तकीदीन ने लीबिया के नेता से मिले नोटों से भरा तीन सूटकेस सरकोजी के चुनाव प्रचार के लिए चंदे के तौर पर देने की बात स्वीकारी थी।
सरकोजी को हिरासत में लिए जाने की बात सबसे पहले खोजी वेबसाइट ‘मीडिया पार्ट’ और फ्रांसीसी दैनिक ‘ली मोंडे’ ने छापी थी। इससे कुछ हफ्ते पहले उनके पूर्व सहयोगी अलेक्सांद्र जौहरी को लंदन में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
जांच से जुड़े एक करीबी सूत्र ने यह भी कहा कि सरकोजी के राष्ट्रपति रहने के दौरान सरकार में शीर्ष मंत्री रहे ब्राइस होर्टेफ्यूक्स से भी जांच के सिलसिले में मंगलवार को पूछताछ की गई। वह जांच के केंद्र में रहे हैं। सरकोजी पर लीबिया के शासक मुअम्मर गद्दाफी और उनके बेटे सैफ अल-इस्लाम से चुनाव लड़ने के लिए कथित धन लेने के आरोप लगे हैं। न्यायाधीशों ने 2013 में इन आरोपों की जांच शुरू की।
हालांकि, सरकोजी ने इन आरोपों को खारिज किया है। उनके मुताबिक, लीबिया में गद्दाफी के 41 साल के शासन को खत्म करने में अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य हस्तक्षेप में उनकी भागीदारी को लेकर लीबियाई शासन के कुछ सदस्य उनसे नाराज थे।
कारोबारी का दावा, सरकोजी को दिया था धन
फ्रांसीसी मूल के लीबियाई कारोबारी जैद तकीदीन का कहना कि उन्होंने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी के चुनाव प्रचार के लिए कथित तौर पर धन दिया था। दावे के अनुसार, तकीदीन ने 2006 के अंत में और 2007 की शुरुआत में धन के साथ त्रिपोली से पेरिस की तीन यात्राएं की थीं। हर बार उनके सूटकेस में 20 लाख यूरो थे। उन्हें यह रकम गद्दाफी के सैन्य खुफिया प्रमुख अब्दुल्ला सेनुसी ने दिया था।