क़ैसरबाग और ठाकुरगंज पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी

क़ैसरबाग और ठाकुरगंज पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी


लखनऊ।  हेलो मैं तिहाड़ जेल मे बन्द माफिया भूपेन्द्र सिंह का भाई करन सिंह बोल रहा हॅू अगर अपनी ज़िन्दगी की सलामती चाहते हो तो मुझे तीस लाख रूपए दे दो वरना रिवालवर की 6 गोलिया तुम्हारे शरीर मे उतार दी जाएगी । फोन पर धमकी भरे ये शब्द सुन कर बीएन रोड पर रहने वाले प्रतिष्ठित डाक्टर सुमित गुप्ता ने दो दिन पूर्व कैसरबाग थाने मे रंगदारी मांगे जाने का मुकदमा दर्ज कराया तो पुलिस ने धमकी भरी इस फोन काल को गम्भीरता से लिया और सर्विलांस की मदद से फोन करने वाले को कुछ घंटो की मशक्कत के बाद ही ढूढ़ निकाला । कैसरबाग पुलिस स्वाट टीम और सुपर 30 की टीम ने आज सआदत अली के मकबरे के पास से चार लोगो को गिरफतार कर पूरे मामले का खुलासा किया तो पुलिस भी हैरान रह गई। पकड़े गए लोगो ने पुलिस को बताया कि जेल मे बन्द्र भुपेन्द्र सिंह से उन लोगो का कोई वास्ता नही है गंूगल की मदद से लखनऊ के प्रतिष्ठित डाक्टरो के नाम और नम्बर निकाल कर उन्हे डरा धमका कर पैसे वसूलने की फिराक मे लगे ये लोग पेशेवर अपराधी भी नही है इससे पहले ये लोग कभी जेल भी नही गए है । प्रतिष्ठित डाक्टरो को डरा धमका कर पैसा वसूलने का प्रयास करने वाले चार लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर 5 मोबाईल फोन बरामद किए है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगो मे अभय नगर देवां रोड बाराबंकी का रहने वाला शरद कुमार अत्रे कटरा नवाबगंज बाराबंकी का रहने वाला विशाल शुक्ला बेगमगंज सिविल लाईन बाराबंकी का रहने वाला मोहसिन और बेगमगंज सिविल लाईन बाराबंकी का रहने वाला मो0 अलीम शामिल है। एएसपी विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि 17 जुलाई की रात मे डॅाक्टर सुमित गुप्ता के फोन पर एक फोन काल आया और उसके बाद धमकी भरा मैसेज भेज कर उनसे तीस लाख रूपए की रंगदारी मांगी गई तो डाक्टर सुमित ने कैसरबाग कोतवाली मे मुकदमा दर्ज कराया । उन्होने बताया कि मुकदमा दर्ज कर धमकी देने वालो के नम्बर को ट्रेस किया गया और आज चार लोगो की गिरफ्तारी कर ली गई । विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि मास्टर माईन्ड शरद कुमार अत्रे कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था उसने कर्ज की अदायगी के लिए अपने मित्र विशाल शुक्ला के साथ मिल कर गूगंल से लखनऊ के 15 प्रतिष्ठित डाक्टरो को सर्च कर ढूढ़ निकाला और उनके नम्बर प्राप्त करके बारी बारी फोन कर सभी डाक्टरो को बताया गया कि वो तिहाड़ जेल मे बन्द माफिया भूपेन्द्र सिंह का भाई करन सिंह बोल रहा है जान की सलामती चाहते हो तो पैसा दे दो वरना गोलियो से छलनी कर दिया जाएगा। उन्होने बताया कि डाक्टरो के अलावा राजाजी पुरम मे रहने वाले गूगल के एक इन्जीनियर और मोहन लालगंज के एक ज्वैलर्स को भी इन लोगो के द्वारा फोन करके रंगदारी मांगी गई थी लेकिन इससे पहले की ये लोग लोगो को डरा धमका कर रंगदारी की रकम वसूल पाते पुलिस ने इन सभी चार लोगो को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गया शरद व विशाल और मोहसिन छात्र है अलीम मोबाईल की दुकान चलाता है। डाक्टरो से रंगदारी मांगने के लिए सिम और मोबाईल मोहसिन ने शरद और विशाल को उपलब्ध कराया था जिस सिम से डाॅक्टर सुमित को धमकाया गया था वो सिम मोलवीगंज के रहने वाले एक व्यक्ति के नाम पर था पुलिस जब उस व्यक्ति के पास पहुॅची तो पता चला की उसके पास ये नम्बर है ही नही बल्कि उसकी आईडी का दुरूप्योग कर सिम खरीदा गया था। एएसपी विकास चन्द त्रिपाठी ने बताया कि चारो युवक पहली बार पकड़े गए है और उन्हे अपराध की प्रेरणा वेब सिरीज़ की फिल्मो से और इन्टरनेट से मिली थी।
ठाकुरगंज पुलिस ने पकड़े तीन लुटेरे 11 मोबाईल बरामद


लखनऊ।  ठाकुगंज पुलिस ने गऊघाट के पास से आज तीन ऐसे लुटेरो को गिरफ्तार कर लुटे गए 11 मोबाईल बरामद किए है जो लोगो की मदद के बहाने उन्हे बातो मे लगा कर उनके मोबाईल लूट लिया करते थे । पकड़े गए तीन लुटेरों मे से एक लुटेरा मोबाईल लूटता था और मोबाईल लूटने के बाद घटना स्थल से दूर खड़े अपने दो साथियो को दे देता था ताकि अगर उसे कोई दौड़ा कर पकड़ भी ले तो उसके पास से लूटा हुआ मोबाईल फोन बरामद न हो और वो सहानुभूति पाकर वो छूट जाए। इन्स्पेक्टर ठाकुरगंज नीरज ओझा ने पुलिस फोर्स के साथ मिल कर आज इन्ही तीन लुटेरो को गऊघाट के पास घेराबन्दी कर गिरफ्तार कर लूटे गए 11 मोबाईल फोन बरामद कर लिए। गिरफ्तार किए गए लुटेरो मे राधाग्राम डूडा कालोनी मे किराए के मकान मे रहने वाला मो0 परवेज़ खान उर्फ मुन्ना मिश्री की बगिया बालागंज ठाकुरगंज का रहने वाला हिमान्शु सिंह उर्फ बलवन्त व बर्फ खाने के पास ठाकुरगंज का रहने वाला करन कश्यप शामिल है। इन्स्पेक्टर नीरज ओझा ने बताया कि यही लुटेरे तीन दिन पहले सवारी बन कर एक ई रिक्शा पर बैठे और चालक को ज़्यादा पैसे देने का लालच देकर गली मे मुसाबाग की तरफ ले गए जहंा लुटेरो ने ई रिक्शा चालक से उसका मोबाईल लूट लिया और फरार हो गए। उन्होने बताया कि आज गिरफ्तार किया गया हिमान्शु पहले भी मोबाईल चोरी के मामले मे जेल जा चुका है। लोगो से उनके मोबाईल लूटने वाले तीनो लुटेरे नाबालिग तो नही है लेकिन तीनो की आयु 22 साल से कम ही बताई गई है इतनी कम उम्र मे अपराध की तरफ बढ़ रहे इन नौजवानो को मंहगे शौक ने अपराध की दुनिया की तरफ मोड़ दिया । नवजवान अपराध से प्रेरणा न ले इसके लिए बच्चो के माता पिताओ को चाहिए कि वो अपने बच्चो की हर गतिविधि पर निरन्तर निगाह रख्खे और उन्हे सही रास्ते पर चलने के फायदे और गलत रास्ते पर चलने के नुकसान बताए ताकि बच्चो का भविष्य अंधकार मे जाने से बच जाए।

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