देश के शेयर बाजार में सोमवार को लगातार पांचवे दिन गिरावट दर्ज की गई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 253 अंक टूटकर 32,923 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 101 अंक के नुकसान के साथ10,094 अंक पर बंद हुआ। कमजोर वैश्विक रुख के बीच विदेशी कोषों की निकासी से बाजार में गिरावट जारी रही।
पांच दिन में 995 अंक टूटा सेंसेक्स
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 33,269 अंक पर मजबूत खुलने के बाद कारोबार के दौरान 33,276 के उच्चतम स्तर तक गया। हालांकि, बाद में मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से यह 32,856 अंक तक नीचे आया। अंत में सेंसेक्स 0.76 प्रतिशत के नुकसान से 32,923 अंक पर बंद हुआ। यह पिछले साल 6 दिसंबर के बाद सेंसेक्स का सबसे निचला स्तर है। उस दिन सेंसेक्स 32,597 अंक पर बंद हुआ था। लगातार पांच सत्रों में सेंसेक्स में 995 अंकों की गिरावट आ चुकी है। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के दौरान 10,224 से 10,075 अंक के दायरे में रहा।
कैड बढ़ने से भी बाजार पर दबाव
दिसंबर तिमाही में चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के दो प्रतिशत यानी 13.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1.4 प्रतिशत था। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि रिजर्व बैंक ने ये आंकड़े शुक्रवार को कारोबार बंद होने के बाद जारी किए थे जिसपर बाजार ने सोमवार को प्रतिक्रिया दी। कारोबार के दौरान रुपया भी 19 पैसे के नुकसान से 65.13 रुपये प्रति डॉलर पर चल रहा था, जिसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों से सतर्कता का रुख अपनाया। इससे वैश्विक धारणा कमजोर हुई। इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 150.46 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 770.53 करोड़ रुपये की बिकवाली की।