नई टोल नीति लागू होने पर दो लेन वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर 40 फीसदी तक टोल कम हो सकता है। इसके साथ ही पे एंड यूज के तहत जितनी दूरी उतना टोल का नियम भी लागू हो जाएगा।
दरअसल, केंद्र सरकार एक दशक पुरानी टोल टैक्स नीति की समीक्षा कर रही है। टोल को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए कंसल्टेंट दिसंबर में रिपोर्ट सौंपेंगे। सड़क परिवहन व राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2008 में लागू की गई टोल टैक्स नीति अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरी नहीं है। अभी दो, चार और छह लेन के राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रति किलोमीटर टैक्स की दरें एकसमान हैं। जबकि दो लेन में चार और छह लेन की अपेक्षाकृत सुविधाएं कम हैं। इसके अलावा यहां वाहनों की रफ्तार भी धीमी रहती है। कई बार जाम का सामना भी करना पड़ता है। इसलिए सरकार दो लेन राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स 40 फीसदी कम करने पर विचार कर रही है।
इस तरह समझें
– दिल्ली-लखनऊ के बीच फोर लेन सड़क पर 60 किमी के लिए अभी टैक्सी का 120 रुपये टोल है
– अगर मुरादाबाद से आगे दो लेन हाईवे है तो 60 किमी के लिए टोल दर 72 रुपये हो जाएगी