शहर में सोमवार को एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई। एक नवजात के शव को कुत्ता नोच-नोच कर खाता रहा। देखने के लिए लोगों की भीड़ भी लगी थी। कोई मुंह फेर आगे निकल जा रहा था तो कोई अपने काम में व्यस्त था। लेकिन, कोई भी रोकने के लिए आगे नहीं आ रहा था। कुत्ता कभी जिला अतिथि गृह के पास शव ले जा रहा था तो कभी पशुपालन अस्पताल की ओर।
इससे पूर्व भी पशुपालन अस्पताल, डॉ. आरपी मिश्रा रोड व रेलवे ट्रैक पर फेंके गये नवजात के शव को कुत्ते निवाला बना चुके हैं। पिछले पांच दिनों में रोसड़ा, खानपुर व उजियारपुर में तीन नवजात बच्चियां नाले में फेंकी पायी गयीं। संयोग से तीनों बच्ची जीवित थीं। स्थानीय लोगों की पहल पर उन्हें बचाया जा सका।